'बंगलौर बम धमाकों में मदनी ने भूमिका स्वीकारी'
२५ अगस्त २०१०अब्दुल नसीर मदनी से पूछताछ के बारे में जब पत्रकारों ने कर्नाटक के गृह मंत्री वीएस आचार्य से सवाल किए तो उन्होंने बताया, "2008 के बम धमाकों की जांच अभी चल रही है. हमें उम्मीद है कि इस साजिश के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी. पूछताछ में यह तो सामने आ गया है कि इस साल क्रिकेट स्टेडियम के बाहर हुए बम विस्फोट में उनकी क्या भूमिका थी."
इस साल 17 अप्रैल को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आईपीएल मैच से पहले कम तीव्रता वाले दो बम धमाके हुए जिनमें 15 लोग घायल हो गए थे. जिनके चलते आईपीएल मैचों को दूसरे शहर में कराना पड़ा.
बम विस्फोट के चलते रॉयल चैलेंजर्स और मुंबई इंडियंस के बीच मैच करीब एक घंटे देर से शुरू हुआ था. विस्फोटकों को एक प्लास्टिक बोर्ड के पीछे छिपा कर रखा गया था जो स्टेडियम की दीवार के पास ही था. मैच शाम चार बजे शुरू होना था और उससे करीब 45 मिनट पहले विस्फोट हो गया.
गृह मंत्री वीएस आचार्य का दावा है कि यह साबित हो चुका है कि मदनी का संबंध 2008 बम धमाकों के आरोपी से है. उन धमाकों में एक महिला की मौत हो गई थी और 20 लोग घायल हुए थे. आचार्य ने संकेत दिए हैं कि पुलिस मदनी की हिरासत की अवधि बढ़ाने की कोशिश करेगी. मदनी को कर्नाटक पुलिस ने 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था और वह 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में हैं.
पीडीपी नेता मदनी पर 1998 में कोयम्बटू में सिलसिलेवार बम धमाकों की साजिश का भी आरोप लग चुका है जो बीजेपी नेता एलके आडवाणी की एक रैली से पहले हुए थे. उनमें 58 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा घायल हुए थे. लेकिन अदालत में उन्हें बरी कर दिया गया था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उभ