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बंगाल चुनावः यौन कर्मियों के लिए अलग से बूथ

८ अप्रैल २०११

पश्चिम बंगाल चुनाव में यौन कर्मियों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के इरादे से अलग से बूथ बनाया जाएगा. यह बूथ नादिया जिले में बनेगा जहां 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चुनाव आयोग ने अलग बूथ की मंजूरी दी.

तस्वीर: AP

जिला मजिस्ट्रेट संजय बंसल ने बताया, "चुनाव आयोग ने हमारे प्रस्ताव पर एक विशेष बूथ बनाने की अनुमति दे दी है जहां सिर्फ नादिया जिले में शांतिपुर की यौन कर्मी वोट डाल सकती हैं." उन्होंने बताया कि यह बूथ रेड लाइट एरिया में दुर्गामणि हाई स्कूल में बनेगा और इसकी जिम्मेदारी चुनाव विभाग की चार महिला कर्मचारी संभालेंगी.

शांतिपुर निर्वाचन क्षेत्र में 75 यौनकर्मियों और उनके परिवार वालों के नाम मतदाता सूची में हैं, लेकिन पिछले चुनाव में उनमें से सिर्फ 20 प्रतिशत ने ही अपने वोट डाले. बंसल ने बताया कि अकसर मतदान के लिए लंबी लाइन में खडा़ होना पड़ता है. ऐसे में यौन कर्मियों को दूसरे लोगों से तिरस्कार झेलना पड़ता है जिसके चलते वोट डालने के लिए जाने से उन्हें हिचकिचाहट होती है. इसीलिए जिला प्रशासन ने उनके लिए अलग से बूथ बनाने की सोची.

बंसल का कहना है, "जब हमें यौनकर्मियों द्वारा मतदान न किए जाने की वजह का पता चला तो हमने इस बारे में राज्य चुनाव आयोग को बताया और उनसे अलग बूथ बनाने को कहा. इस आग्रह को बाद में भारतीय निर्वाचन आयोग को भेजा गया. आयोग ने अलग बूथ की अनुमति दे दी."

नादिया जिला प्रशासन ने यौन कर्मियों की मतदाता सूची में कुछ नए नाम भी जोड़े हैं. अब कुल मिलाकर रेड लाइट एरिया से 197 मतदाताओं के नाम सूची में शामिल हैं. यौन कर्मी अपने लिए अलग से बूथ बनाए जाने से खुश हैं लेकिन कइयों को यह विचार पसंद नहीं आया. एक यौन कर्मी का कहना है, "हो सकता है कि यह अच्छा कदम हो. लेकिन अगर हमारे लिए अलग से बूथ बनाया जाएगा तो हम समाज से और अलग थलग हो जाएंगे."

रिपोर्टः पीटीआई/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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