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बंदूक पर नकेल में नाकाम

१८ अप्रैल २०१३

अमेरिका में बंदूकों पर लगाम लगाने की पहली कोशिश नाकाम हो गई है. बंदूक लॉबी के दबाव में अमेरिकी सांसदों ने उस बिल को पास करने से मना कर दिया जो देश की खुल्लमखुल्ला बंदूक सस्कृति पर पहला अंकुश होता.

तस्वीर: Getty Images

अमेरिकी सीनेट ने देश में बंदूकों की खरीदारी पर लगाम लगाने के लिए लाए नए प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है. राष्ट्रपति बराक ओबामा नाराज हैं और इसे "शर्मनाक" बताते हुए कोशिश जारी रखने की बात कही है. राष्ट्रपति ओबामा इसे बड़ी उम्मीदों से देश में बढ़ती बंदूकों की तादाद और हिंसक अपराधों को रोकने के मकसद से लाए थे. न्यूटाउन एलिमेंट्री स्कूल में पिछले साल गोलीबारी के बाद उन्होंने देश में बंदूकों पर लगाम लगाने की बात कही थी और इसके लिए जी जान से कोशिश भी की लेकिन नाकाम रहे.

इस बिल के पास हो जाने के बाद इंटरनेट और दूसरी जगह बंदूक बेचने से पहले पृष्ठभूमि की जांच जरूरी हो जाती. बिल पास करने के लिए जरूरी 60 वोटों की जगह इसे कुल 54 वोट ही मिले जबकि विरोध में 46 वोट.

तस्वीर: AFP/Getty Images

न्यूटाउन गोलीबारी के पीड़ित परिवारों और पूर्व सांसद गैबी गिफर्ड से घिरे ओबामा ने सीनेट के नतीजों की निंदा की है. गैबी गिफर्ड भी इस गोलीबारी में घायल हुई थीं. व्हाइट हाउस के रोज गार्डेन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ओबामा ने कहा, "परिवारों ने बड़े दुख के साथ यह हिम्मत जुटाई थी कि उनके चुने हुए नेता न सिर्फ उनके बच्चों की याद को सम्मान दें बल्कि हमारे बच्चों की जिंदगी बचाएं भी लेकिन अमेरिकी सीनेट के मुट्ठी भर लोगों ने फैसला कर दिया कि इसकी अहमियत नहीं है."

सीनेट ने बुधवार को देश की खुली बंदूक संस्कृति पर लगाम लगाने की दिशा में उठाए कई कदमों को खारिज कर दिया.पृष्ठभूमि की जांच के बाद घातक हथियारों पर प्रतिबंध के लिए कानून के पक्ष में केवल 40 वोट ही मिले और वह भी रुक गया. कई और बिल भी सीनेट की मंजूरी नहीं मिलने के कारण कानून नहीं बन सके. महज इस बिल के पास होने से बहुत कुछ तो वैसे भी नहीं होना था लेकिन लगाम लगाने की दिशा में एक पहल जरूर हो जाती.

तस्वीर: Getty Images

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे, "वॉशिंगटन के लिए शर्मनाक दिन" बताया है. ओबामा इन सबसे निराश हुए हैं और अपना गुस्सा उन्होंने देश की बंदूक लॉबी पर उतारा. उन्होंने रिपब्लिकन और कुछ डेमोक्रैट्स को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए उन्हें जम कर खरीखोटी सुनाई. राष्ट्रपति ने थोड़ी कठोर भाषा का इस्तेमाल कर, "इन लोगों ने जान बूझ कर बिल के बारे में झूठ बोला." बिल के विरोधियों की आलोचना से थोड़ा आगे जाकर उन्होंने कहा कि अमीर बंदूक लॉबी के खिलाफ राजनीतिक परिणामों की आशंका से इस बिल का विरोध किया गया है. राष्ट्रपति ने कहा है कि वो बंदूक अपराधों को कम करने की अपनी कोशिशें नहीं छोड़ेंगे. उन्हें यकीन है, "यह पहला चरण था, देर सबेर हम इसे कर पाने में कामयाब होंगे. उन बच्चों की यादें इसकी मांग करती हैं."

बंदूक लॉबी के समर्थक माने जाने वाले राष्ट्रीय राइफल संघ ने बुधवार को बिल के पास नहीं होने का स्वागत किया है. संघ ने इस बिल को, "भटका हुआ" बताया. बंदूक संस्कृति पर रोक लगाने का विरोध करने वाले गुट के प्रमुख खेमेबाज क्रिस कॉक्स का कहना है, "गन शो में और दूसरी जगहों पर पृष्ठभूमि की जांच बढ़ाने से हिंसक अपराधों या स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा नहीं होगी." राइफल संघ को कई रिपब्लिकन सांसदों का समर्थन हासिल है. संघ की दलील है कि यह बिल अमेरिका में हथियार रखने के संवैधानिक अधिकार की राह में बाधा बनता. संघ ने देश भर के स्कूलों में हथियारबंद गार्ड नियुक्त करने के लिए अभियान चलाया है.

दिसंबर में न्यूटाउन के सैंडी हूक एलिमेंट्री स्कूल में हुई गोलीबारी में 26 बच्चों और स्कूल के एक कर्मचारी की मौत हुई. इधर कुछ महीनों से अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ी हैं. देश में हर किसी को बंदूक रखने की कानूनन छूट मिली है और ऐसे में सरकार या पुलिस के लिए ऐसी घटनाओं को रोक पाना मुश्किल हो रहा है. राष्ट्रपति बराक ओबामा चाहते हैं कि इस पर कुछ लगाम लगे लेकिन देश की मजबूत और अमीर बंदूक लॉबी ऐसा होने नहीं दे रही.

एनआर/एएम(डीपीए,रॉयटर्स)

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