1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बच्चों की नजर को कमजोर करते वीडियो गेम

२२ दिसम्बर २०१०

हांगकांग के स्कूली बच्चों की नजर कमजोर हो रही है क्योंकि वे दिन भर में चार घंटे या तो वीडियो गेम खेलने में बिताते हैं या फिर कंप्यूटर से चिपके रहते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि माता पिता को बच्चों का खास ध्यान रखना होगा.

बच्चों में वीडियो गेम का दीवानापनतस्वीर: AP/Sega

हांगकांग में दृष्टि रोग से जुड़े निजी डॉक्टरों की एक संस्था का कहना है कि प्राइमरी स्कूल के बच्चों में निकट दृष्टि से जुड़ी समस्याएं सालाना 10 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रही हैं. इस संस्था के एक सर्वे में 800 स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया जिससे पता चला के वे दिन में चार घंटे या तो वीडियो गेम खेलते रहते हैं या फिर कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं

इस संस्था के प्रमुख केनेथ लाम का कहना है कि इन बच्चों को बाद में चल कर आंखों की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि उनके माता पिता उन्हें इतनी देर तक वीडियो गेम या कंप्यूटर गेम खेलने न दें. इसी साल कराए गए हांगकांग चाइनीज यूनिवर्सिटी के एक सर्वे में पता चला कि पिछले दस सालों के दौरान पांच साल तक की उम्र के बच्चों की नजर कमजोर हुई है.

70 लाख की आबादी वाले हांगकांग में किंडरगार्टन जाने वाले छह प्रतिशत से ज्यादा बच्चे कमजोर नजर की समस्या से पीड़ित पाए गए. दस साल पहले ऐसे बच्चों की संख्या 2.3 प्रतिशत के आसपास थी. वैज्ञानिक इसकी वजह टीवी और कंप्यूटर स्क्रीन के सामने ज्यादा समय बिताना मानते हैं.

हांगकांग पहले ही दुनिया के उन शहरों में शामिल है जहां लोगों की नजर सबसे ज्यादा कमजोर है. एक स्टडी के मुताबिक स्कूली पढ़ाई शुरू करने वाले 17 प्रतिशत बच्चे कमजोर नजर की समस्या से पीड़ित पाए गए जबकि स्कूल छोड़ते वक्त इस तरह की शिकायत करने वाले छात्रों की संख्या 53 प्रतिशत बताई गई.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें