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समाज

मां के गांजा पीने का बच्चों पर असर

२७ अगस्त २०१८

विश्व स्वास्थ्य संगठन जन्म के बाद कम से कम छह महीने तक शिशु को स्तनपान कराने की सलाह देता है. लेकिन अगर इस दौरान मां गांजा फूंकती हो, तो?

Dänemark Stillen in der Öffentlichkeit
तस्वीर: Getty Images/AFP/M. Nissen

स्तनपान के दौरान अकसर महिलाओं को अपने खाने पीने पर खास ध्यान देने को कहा जाता है. माना जाता है कि मां के खानपान का शिशु पर गहरा असर होता है. एक नए शोध के अनुसार जो महिलाएं स्तनपान के दौरान गांजे का सेवन करती हैं, उनके बच्चों के मस्तिष्क के विकास पर असर होता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक गांजे में टीएचसी नाम का रासायन होता होता है, जिसका प्रभाव बच्चे के मस्तिष्क में मौजूद विकास कोशिकाओं पर पड़ सकता है. हालांकि यह असर कितना है, इस पर और शोध होने की जरूरत है. फिलहाल इसके ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं.

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुए इस शोध में स्तनपान कराने वाली ऐसी 50 महिलाओं को शामिल किया गया, जो गांजा लेती रहीं है. लैब परीक्षण के दौरान इनके सैंपल में टीएचसी के कुछ अंश पाए गए. शोधकर्ता कहते हैं, "परीक्षण के बाद इस बात का संदेह जाहिर किया जा सकता है कि नवजातों का टीएचसी और कैनिबॉल से जुड़ना उनके मस्तिष्क विकास पर प्रभाव डाल सकता है."

रिपोर्ट की सह-लेखिका क्रिस्टीना चैम्बर्स का कहना है कि कई साल पहले की तुलना में आज वाला गांजा ज्यादा शक्तिशाली है. हालांकि ये अब तक साफ नहीं हो सका है कि गांजे की कितनी मात्रा नुकसानदेह है. क्रिस्टीना बताती हैं कि रिसर्च टीम उन बच्चों की भी स्टडी कर रही है, जिनकी मांए गांजा पीती हैं.

इस दिशा में 1980 के दशक में दो शोध हो चुके हैं लेकिन ये दोनों ही एक दूसरे से मेल नहीं खाते हैं. उस वक्त की एक स्टडी के मुताबिक गांजे के इस्तेमाल से नवजातों के विकास पर कोई असर नहीं होता, तो वहीं दूसरी स्टडी विकास में मामूली देरी की बात मानती है.

क्रिस्टीना कहती हैं कि अब तक डॉक्टर स्तनपान को प्रोत्साहित करने के लिए इसके लाभों पर जोर देते रहे हैं लेकिन ऐसे मामलों में अब वे दुविधा में हैं. साइंस पत्रिका "पीडिऐट्रिक्स" में छपी अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडिऐट्रिक्स की यह ताजा रिपोर्ट अब भी स्तनपान को प्रोत्साहन देने की बात कहती है.

विशेषज्ञों का कहना है की माओं को स्तनपान को बढ़ावा देने और गांजे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया है, "जरूरी है कि हम आलोचनात्मक रुख न अपनाएं और लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें संभावित खतरों से आगाह कराएं."

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में गर्भावस्था के दौरान हर 20 में से एक महिला गांजे का सेवन करती है. अमेरिका के नौ राज्यों में गांजा आम उपयोग के लिए कानूनी है. वहीं 31 राज्यों में चिकित्सीय स्तर पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

एए/आईबी (एपी)

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