पाकिस्तान में एक महिला सुपर हीरो बदमाशों का सफाया कर महिलाओं की रक्षा कर रही है. इस सुपर हीरो को देश में खूब पसंद किया जा रहा है. आइये मिलते हैं इस सुपर हीरो से जिसे समाज में बदलाव लाने के लिये एक कॉमिक बुक ने रचा है.
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इन दिनों पाकिस्तान में "पाकिस्तान गर्ल" कॉमिक सीरीज की प्रमुख किरदार सारा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. यह एक आम लड़की की कहानी है जो अपनी पालतू बिल्ली के साथ एक गांव में रहती थी. गांव में अचानक विस्फोट होता है जिसके बाद वह कोमा में चली जाती है. लेकिन जब वह कोमा से वापस आती है तो उसे एहसास होता है कि उसके पास अलौकिक शक्तियां है जिसका इस्तेमाल वह पाकिस्तान में महिलाओं की सुरक्षा के लिए करती है. सारा पाकिस्तान में महिलाओं की बेहतरी के लिए काम कर रही है.
पाकिस्तान के झंडे में मौजूद हरे रंग की पोशाक पहने सारा कभी एक औरत को पीट रहे आदमी पर निशाना साधती है तो वहीं कभी रिश्वत मांगने वाले पुलिस अधिकारी से लड़की को बचाती है. सारा के यही कारनामे दिन पर दिन खूब लोकप्रिय हो रहे हैं.
अंग्रेजी की इस कॉमिक सीरीज के रचयिता हसन सिद्दिकी को भरोसा है कि सुपर हीरो के तौर पर उभरता यह महिला चरित्र पाकिस्तान में लड़कियों का रोल मॉडल साबित होगा. साथ ही देश की लड़कियों को भ्रष्टाचार, अपराध और हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा. सिद्दिकी कहते हैं "महिला रोल मॉडलों की भारी कमी है लेकिन सुपर हीरो यहां की मुख्यधारा में काफी लोकप्रिय हैं. इसलिये हमारी कोशिश थी कि एक मजबूत महिला किरदार तैयार करें जो देश की लड़कियों को और पूरे महिला तबके को प्रेरणा दे सके और साथ ही देश के नौजवान लड़कों में भी जोश भर सके."
पाकिस्तान में महिलाओं की सामाजिक स्थिति कोई खास अच्छी नहीं है और आज यहां महिलायें अपने हक की मांग कर रहीं है.
सारा के इस किरदार को सोशल मीडिया पर भी खूब तवज्जो मिल रही है. पाठक इसे पसंद कर रहे हैं और फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया साइटों पर सकारात्मक प्रक्रिया दे रहे हैं. लोग सिद्दिकी के इस कदम की भी खूब तारीफ कर रहे हैं.
सिद्दिकी कहते हैं कि अब वह इस कॉमिक सीरीज को उर्दू में लाने पर विचार कर रहे हैं. उनका मकसद लाखों पाठकों तक पहुंचना है. साथ ही सिद्दिकी इसे ऐनिमेशन फॉर्म में उतारने की संभावनायें भी तलाश रहे हैं. लेकिन सिद्दिकी के लिये लाखों लोगों तक अपनी कॉमिक सीरीज को पहुंचाना आसान नहीं है. इस समस्या का एक बड़ा कारण पाकिस्तान की खस्ता हाल शिक्षा व्यवस्था है. निरक्षरता का आलम यह है कि देश में करीब आठ साल की उम्र वाले आधे से अधिक बच्चे पढ़ने में अक्षम हैं.
साल 2016 के सरकारी आंकड़ों को मुताबिक, देश के तकरीन 2.4 करोड़ बच्चे स्कूलों से बाहर हैं. इनमें भी लड़कियां अधिक हैं जो घरों में रहती हैं. इस कॉमिक सीरीज को शिक्षकों का खूब समर्थन मिल रहा है. सारा की फैन और एक स्कूल प्रिंसिपल सादिया अदनान कहती हैं, "ऐसी कोशिशें बच्चों को पढ़ाने में मददगार साबित होगी और साथ ही इससे उनके दिमाग में लिंगभेद जैसे मसलों की बेहतर समझ बनेगी."
सिद्दिकी की यह कॉमिक बुक उनकी पिछली कॉमिक सीरीज "पाकिस्तान मैन" की तरह खूब लोकप्रिय हो रही है. पाकिस्तान गर्ल की ही तरह 2013 में एक अन्य कॉमिक सीरीज "द बुर्का एवेंजर" ने भी देश में खूब वाहवाही बटोरी थी.
कौन है आपका सबसे चहेता सुपरहीरो
इन सुपरहीरो चरित्रों के बिना ना तो हमारी दुनिया इतनी दिलचल्प होती और ना ही सुरक्षित. अगर आपको भी पसंद है कभी कभी इन विशेष खूबियों वाले काल्पनिक सुपरहीरो की दुनिया में खो जाना, तो यहां देखिए कॉमिक सुपरहीरो के जलवे.
तस्वीर: WARNER BROS. ENTERTAINMENT
बैटमैन का मुकाबला सुपरमैन से
एक नई फिल्म में पहली बार बैटमैन और सुपरमैन दोनों दिखने वाले हैं. अपने मतभेदों को किनारे रख ये दोनों सुपरहीरो दुनिया को बचाने के अभियान में वंडर वुमन के साथ आएंगे. सन् 1934 से ये तीन चरित्र प्रकाशक डीसी कॉमिक्स ने निकाले हैं.
तस्वीर: WARNER BROS. ENTERTAINMENT
सुपरमैन के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं
सुपरमैन को सभी सुपरहीरोज का दादा कहना गलत नहीं होगा. 1933 में दो कार्टूनिस्टों जेरी सीगल और जो शुस्टर ने तमाम विशेष शक्तियों से भरे इस चरित्र सुपरमैन को गढ़ा था. वह बहुत तेज, बेहद शक्तिशाली, और दूर तक देख और सुन सकने वाला है. केवल एक क्रिप्टोनाइट ही सुपरमैन को रोक सकता है. क्योंकि वो क्रिप्टॉन ग्रह से आया है और अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए सूर्य के ऊर्जा लेता है.
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सुपरगर्ल, सुपरमैन की कजिन
सुपरगर्ल पहली बार सुपरमैन की कॉमिक्स में ही दिखी. सन् 1959 से सुपरगर्ल की अपनी कॉमिक्स सिरीज आने लगी. उसके पास अपने कजिन के जैसी ही सभी शक्तियां थीं. 1984 में आई फ्लॉप अंग्रेजी फिल्म "सुपरगर्ल" में मुख्य भूमिका निभाई थी हेलेन स्लेटर ने. 2015 में इस चरित्र पर एक टीवी श्रृंखला बनी जो जर्मनी में दिखाई जा रही है. इसमें भी स्लेटर सुपरगर्ल की दत्तक मां की भूमिका में हैं.
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स्पाइडर-मैन, मार्वेल कॉमिक्स का स्टार
पीटर पार्कर को एक रेडियोएक्टिव मकड़ी ने काट लिया और उससे मिली विशेष शक्तियों के कारण पीटर बन गया स्पाइडर-मैन. वो मकड़ी की ही तरह दीवारों से चिपक सकता है और सबसे पहले आसपास के खतरे को भांप सकता है. अपने मकड़ी जैसे मजबूत जाले लोगों पर फेंक कर उन्हें जकड़ सकता है. लेकिन दुनिया के लिए अपनी जिम्मेदारियां निभाते निभाते अक्सर अपनी गर्लफ्रेंड पर ध्यान नहीं दे पाता.
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'मैं जब नाराज होता हूं बहुत बुरा लगता हूं'
जब वैज्ञानिक ब्रूस बैनर गलती से बहुत भारी गामा विकिरण के प्रभाव में आ जाते हैं तो उनके साथ कुछ असामान्य सा घटने लगता है. जब उन्हें गुस्सा आता है तो वे एक विशाल हरे रंग के दैत्य हल्क का रूप ले लेते हैं. उनका हल्क अवतार बहुत बुद्धिमान तो नहीं लेकिन बेहद शक्तिशाली होता है. एक बार जो बोनर इस हल्क के ऊपर नियंत्रण रखना सीख लेते हैं, फिर वे बन जाते हैं एक कमाल के सुपरहीरो.
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बैटमैन, दि डार्क नाइट
बचपन में ब्रूस वेन ने अपने माता-पिता का कत्ल होते देखा था. उस दर्दनाक अनुभव से निकलकर उन्होंने अपने शहर गोथम सिटी से अपराध को खत्म करने की ठान ली. इसके लिए बैटमैन का रूप धारण किया जो कि उन्होंने कड़ी मेहनत, खास ट्रेनिंग और तकनीक की मदद से बनाया. बैटमैन का प्रमुख हथियार है उसका बैटमोबाइल, ओक जैसी कार जो उड़ने के अलावा सब कुछ कर सकती है.
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कैटवुमन, बैटमैन की विरोधी
कैटवुमन को बैटमैन के विरोधी के रूप में पेश किया गया. लेकिन यह भी सच है कि कई मौकों पर दोनों ने मिलकर काम किया है. कई बार तो उनके सबंधों में रूमानियत भी दिखी. हॉलीवुड फिल्मों में सेक्सी कैटवुमन का किरदार कई मशहूर अभिनेत्रियों ने निभाया है. जैसे 2004 में हैली बेरी (तस्वीर में) ने तो 2012 की फिल्म "दि डार्क नाइट राइजेज" में ऐन हैथवे ने.