जर्मनी के मनहाइम शहर में एक मॉडल प्रतियोगिता के दौरान बम की धमकी और एक लावारिस सूटकेस मिलने के बाद प्रतियोगिता का फाइनल और उसके लाइव प्रसारण को रोक दिया गया. पुलिस अब धमकी देने वाली अज्ञात महिला को खोज रही है.
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जर्मनी के टीवी चैनल प्रोजीबेन ने बम के खतरे को देखते हुए मनहाइम के एसएपी एरीना में चल रहे 'जर्मनीज नेक्स्ट टॉप मॉडल' प्रतियोगिता के फाइनल को रोक दिया और हजारों लोगों से भरे आयोजन स्थल को खाली करा दिया गया. आयोजन स्थल पर रात भर की खोज के बाद पुलिस को कुछ नहीं मिला. अब पुलिस धमकी की जानकारी देने वाली महिला की खोज कर रही है.
पुलिस ने बताया कि एक अज्ञात महिला ने स्थानीय समय के अनुसार रात नौ बजे फोन कर आयोजन स्थल एसएपी अरेना में बम होने की धमकी दी. उसेक कुछ देर बाद आयोजन स्थल पर एक अज्ञात सूटकेस मिला. इसके बाद प्रतियोगिता का लाइव प्रसारण रोक दिया गया और दर्शकों की सुरक्षा के लिए हॉल को खाली करा दिया गया. 100 पुलिसकर्मियों ने आयोजन स्थल पर बम की खोज की. हांलाकि जांच में इस सूटकेस में कोई विस्फोटक नहीं मिला. मनहाइम पुलिस का कहना है कि अब तक कोई सबूत नहीं मिला है.
प्रतियोगिता की मेजबानी करने वाली जानी मानी मॉडल हाइडी क्लुम ने अपने फेसबुक पर लिखा, "हमने इस कार्यक्रम के समापन समारोह को यादगार बनाने की योजना बनाई थी लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नही हो सका." प्रोजीबेन के शो के फाइनल में चार लड़कियां के बीच से विजेता का फैसला होना था. जब जर्मनी के नेक्स्ट मॉडल का चुनाव रोका गया तो 18 वर्षीया आइशा, 17 वर्षीय अनुथिडा और 18 वर्षीया वनेसा के बीच प्रतियोगिता जारी थी. प्रतियोगिता के विजेता का फैसला कब और कैसे होगा इसकी घोषणा प्रोजीवेन जूरी के सदस्यों से सलाह के बाद करेगा.
जर्मन अखबार बिल्ड के मुताबिक क्लुम, उनकी बेटी लेनी और इस शो के निर्णायक मंडल कार्यक्रम स्थल के बाहर एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया. लोगों को जब हॉल से बाहर निकलने के लिए कहा गया तो अफरातफरी मच गई और बहुत से लोग अपना जैकेट और बैग छोड़कर हॉल से बाहर निकल गए.
एमजे/आईबी (डीपीए)
करें इन फैशन आइटम की छुट्टी
नायलॉन की स्टॉकिंग्स करीब 75 साल से चलन में हैं. डीडब्ल्यू की केट म्यूजर की राय में ऐसी ही कई फैशन एक्सेसरी की छुट्टी करने का वक्त आ गया है.
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नायलॉन स्टॉकिंग्स
पतले, झिल्ली जैसे फैलने वाले लंबे मोजे या स्टॉकिंग्स पहनने का चलन पश्चिमी देशों में करीब 75 साल से चला आ रहा है. म्यूजर बताती हैं कि वैसे तो इन्हें पहनना कई बार बहुत आरामदायक नहीं होता लेकिन ये कॉर्सेट जैसी एक्सेसरीज से फिर भी बेहतर हैं.
तस्वीर: Fotolia/Hao Wang
क्लच
एक कामकाजी महिला होने के नाते जर्मनी की चांसलर भी समझती हैं कि दिन भर साथ लेकर चलने वाले बैग में जरूरी चीजें रखने के लिए पर्याप्त जगह होना कितना जरूरी है. क्लच को एक बड़े बैग में बाकी चीजों, जैसे मोबाइल फोन, पानी की बोतल वगैरह के साथ रखा जा सकता है.
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बॉडी शर्ट
बटनबंद शर्ट किसी भी ऑफिस की वेशभूषा में शामिल होती है लेकिन इसके एक अवतार, बॉडी शर्ट को पहनना काफी परेशानी भरा हो जाता है. बच्चों की नैपी की तरह नीचे तक लगे बटन को बार बार खोलना पड़े तो काफी वक्त बर्बाद होता है. साधारण शर्ट पहनना कहीं आसान और प्रैक्टिकल है.
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ब्रा के 'अदृश्य’ फीते
पश्चिमी देशों में आमतौर पर महिलाओं के ब्रा के फीते दिखना कोई बड़ी बात नहीं मानी जाती. फिर भी ऑफिस या किसी बहुत फॉर्मल माहौल में इसे ढक कर रखना ही बेहतर माना जाता है. प्लास्टिक के अदृश्य से लगने वाले फीतों का फैशन नहीं रहा. म्यूजर का मानना है कि इन अदृश्य फीतों से बेहतर होगा यदि महिलाएं फीतारहित ब्रा पहनें.
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स्किनी जींस
बेलबॉटम और पलाजो पैंट्स की वापसी एक राहत देने वाला चलन है. स्किनी जींस केवल दुबली पतली मॉडल सरीखे शरीर वाली महिलाओं पर ही जंचती है. कई सर्वे दिखाते हैं कि पुरुष भी बहुत ज्यादा पतली लड़कियों की बजाए ज्यादा स्वस्थ दिखने वाली महिलाओं को अधिक आकर्षक मानते हैं.
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नकली लंबी पलकें
नाखून से लेकर बालों के रंग तक, महिलाओं के फैशन में सब कुछ रंगा जा सकता है. नकली नाखून लगाने पर कीबोर्ड या फोन में टाइप करना जंजाल हो जाता है, तो वहीं नकली आईलैश लगाने की अपनी चुनौतियां हैं. इन्हें पलकों पर चिपकाने वाला गोंद आंखों में बह कर परेशान कर सकता है, जिससे दूर रहना ही बेहतर है.