बम धमाकों से हैरान नाइजीरिया
२१ मई २०१४प्लाटो के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इन लोगों की मौत के अलावा 40 से ज्यादा लोग धमाकों में घायल हुए और एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईपीएस को बताया कि मारे गए लोगों की संख्या 200 से भी ज्यादा हो सकती है. इस बीच राहतकर्मी इलाके से सैकड़ों शवों को ले जा रहे हैं. मौके पर मौजूद एक चश्मदीद ने कहा, "दो एंबुलेंस यहां से गई हैं, उनमें लाशें भरी थीं."
मंगलवार को जोस मेन मार्केट में धमाका रेलवे टर्मिनल और जोस यूनिवर्सिटी टीचिंग अस्पताल के बीच हुआ. स्पेशल सिक्योरिटी टास्क फोर्स के मुताबिक एक बम ट्रक में छिपाया गया था और दूसरे को मिनी बस में रखा गया. चश्मदीदों के मुताबिक धमाकों से अस्पताल के साथ साथ कई दुकानें, बैंक और कार पार्किंग को नुकसान हुआ. मार्केट काले धुएं से भर गया.
इस बीच नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने एक बयान में बम धमाका करने वालों को "दुष्ट" बताया और सारी राहत एजेंसियों से कहा कि वह जल्द से जल्द घायल लोगों की मदद करें. राष्ट्रपति ने धमाके में मारे गए लोगों को भी सांत्वना दी और कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए तत्पर है और वह आतंकवादी संगठनों के अत्याचार से डरेगी नहीं.
अब तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस हादसे के पीछे इस्लामी कट्टरपंथी संगठन बोको हराम का हाथ हो सकता है. करीब 35 दिन पहले बोको हराम ने चिबोक नाम के इलाके से 270 से ज्यादा बच्चियों को अगवा किया था. गुट का मानना है कि पश्चिमी सभ्यता से नुकसान होता है. अब तक चिबोक की लड़कियों का कोई पता नहीं चल पाया है लेकिन मंगलवार के धमाके के बाद राष्ट्रपति जोनाथन पर कट्टरपंथियों के खिलाफ ठोस कदम लेने के लिए दबाव बढ़ रहा है.
एमजी/एजेए (डीपीए, आईपीएस)