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बर्फी की कामयाबी से अभिभूत अनुराग

२३ सितम्बर २०१२

एक गूंगे बहरे लड़के और खुद में खोई रहने वाली लड़की की प्रेम कहानी को आलोचकों ने सराहा, फिर लोगों ने चाहा और अब यह ऑस्कर पुरस्कारों की दौ़ड़ में है. निर्देशक अनुराग बसु इन सबसे अभिभूत हैं पर आगे की मुश्किलों से वाकिफ भी.

तस्वीर: DW

पर्दे पर उतरने के साथ ही बर्फी लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. दर्शकों से लेकर आलोचकों तक ने इसकी सराहना की है. हालांकि फिल्म का रिस्पांस इतना अच्छा होगा कि इसे ऑस्कर की दौड़ में भारत की तरफ से भेज दिया जाए इसकी उम्मीद अनुराग को कतई नहीं थी. अनुराग बसु बर्फी को ऑस्कर के लिए भेजे जाने को सोने पर सुहागा बता रहे हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में अनुराग ने कहा, "हमें उम्मीद नहीं थी कि इस तरह से लोगों को यह इतना पसंद आ जाएगा. ऑस्कर नॉमिनेशन से लेकर बॉक्स ऑफिस पर कमाई और आलोचकों की प्रशंसा. हम तो बस इतना जानते थे कि यह एक अच्छी और खास फिल्म होगी. मैं तो सुन्न हो गया हूं, जानता नहीं कि कैसे प्रतिक्रिया जताउं. मैं खुद को खुशनसीब मान रहा हूं. ऑस्कर के लिए भेजा जाना तो सोने पर सुहागा जैसा है." 14 सितंबर को भारत के सिनेमाघरों में उतरी बर्फी ने पहले हफ्ते में ही 58.6 करोड़ रुपये की कमाई की है.

तस्वीर: DW

भारत की तरफ से बर्फी को भले ही ऑस्कर पुरस्कारों के काबिल मान लिया गया हो लेकिन अनुराग को भी अहसास है कि पुरस्कार पाने की दौड़ में शामिल होना और पुरस्कार पाने के बीच कितना लंबा फासला है. ऑस्कर अवार्ड के बारे में अनुराग ने कहा, "यह तो बहुत लंबा रास्ता है. हमें फिल्म से काफी उम्मीद है. निश्चित रूप से इन सब बातों से मेरा हौसला काफी बढ़ा है, साथ ही इनका असर मेरी अगली फिल्म पर भी होगा."

अनुराग की पिछली फिल्म काइट्स का बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरा हाल हुआ था. हालांकि विषयों को संवेदनशीलता के साथ उठाने के लिए अनुराग की सराहना होती रही है. बर्फी के बारे में अनुराग ने कहा, "बॉक्स ऑफिस पर कमाई कुछ हद तक जरूरी है, क्योंकि हम फिल्म बनाने के कारोबार में हैं, पर हमारा मकसद लोगों के दिल तक पहुंचना है. अगर लोग फिल्म से जुड़ते हैं, हम उनका मन बहला पाते हैं तो हमारी सबसे बड़ी जीत यही है."

तस्वीर: DW

इन दिनों बॉलीवुड की फिल्मों की सफलता इस बात से आंकी जाती है कि उसने 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया कि नहीं और अनुराग की फिल्म पहले हफ्ते में ही 60 करोड़ के करीब पहुंच चुकी है. अनुराग ने कहा, "मुझे खुशी होगी कि फिल्म सैकड़ों दिलों तक पहुंचे. फिल्म बनाने में 35 करोड़ रुपये खर्च हुए और बॉक्स ऑफिस बता रहा है कि हम पहले ही मुनाफे में आ चुके हैं. इसके ऊपर जो भी आएगा अच्छा ही रहेगा."

विदेशों के लिए फिल्म के अंग्रेजी वर्जन के बारे में पूछने पर अनुराग ने कहा कि फिल्म में तो पहले ही बमुश्किल 20 मिनट के डायलॉग हैं. अनुराग का कहना है कि इस बारे में फिल्म के प्रोड्यूसर रोनी स्क्रूवाला और सिद्धार्थ रॉय कपूर फैसला लेंगे.

बेहद कम डायलॉग वाली फिल्म के फ्लॉप होने के आसार बहुत ज्यादा थे, क्योंकि नायक नायिका दोनों ही नहीं बोलते लेकिन इसके बावजूद अनुराग डरे नहीं. अनुराग ने जोखिम उठाया क्योंकि वह ऐसा करना चाहते थे और इस जोखिम ने उन्हें कामयाबी का स्वाद चखा दिया है. ऑस्कर पुरस्कारों का फैसला तो अगले साल फरवरी में होगा लेकिन फिलहाल झूमने के लिए भारत से नाम जाना ही काफी है.

एनआर/एमजे (पीटीआई)

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