1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बर्लिन में फिर एसपीडी की जीत

१९ सितम्बर २०११

जर्मन राजधानी बर्लिन में हुए प्रादेशिक चुनावों में सत्ताधारी एसपीडी फिर से सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, लेकिन एसपीडी और डी लिंके का गठबंधन चुनाव हार गया है. मुख्यमंत्री क्लाउस वोवेराइट अब नया गठबंधन बनाएंगे.

वोवेराइट और क्युनस्ततस्वीर: dapd

रविवार को हुए चुनावों में सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी (एसपीडी) को 28.3, चासंलर अंगेला मैर्केल की क्रिश्चियन डेमोर्कैटिक पार्टी (सीडीयू) को 23.4, ग्रीन पार्टी को 17.6, डी लिंके को 11.7 प्रतिशत मत मिले. पहली बार पूरी तरह अनजान पार्टी पिराटेन पार्टी 8.9 प्रतिशत मतों के साथ प्रतिनिधि सभा में जगह पाने में सफल रही है जबकि विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले की फ्री डेमोक्रैटिक पार्टी (एफडीपी) को 1.8 प्रतिशत मत ही मिले और वह पांच प्रतिशत की बाधा नहीं पार कर पाई.

एसपीडी फिर सबसे बड़ी पार्टी

एसपीडी हालांकि सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन उसने 2006 में हुए पिछले चुनावों के मुकाबले 2.5 प्रतिशत मत खोए. गठबंधन सरकार की दूसरी पार्टी डी लिंके ने भी 1.7 प्रतिशत मत खोए और संयुक्त रूप से बहुमत खोने के कारण गठबंधन में शामिल होने का उसका विकल्प समाप्त हो गया है.

वोवेराइट अपने जीवन संगी के साथ वोट देने जातेतस्वीर: picture alliance / dpa

ग्रीन पार्टी की रेनाटे क्युनस्त को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था. खासकर बाडेन वुरटेमबर्ग प्रदेश में ग्रीन पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद बर्लिन में भी ग्रीन पार्टी के सबसे बड़ी पार्टी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा था. लेकिन दस साल से शासन कर रहे वोवेराइट की लोकप्रियता के सामने क्युनस्त टिक नहीं पाई. हालांकि ग्रीन पार्टी ने बर्लिन में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया और उसे पिछले चुनावों के मुकाबले लगभग 4 प्रतिशत अधिक मत मिले लेकिन वोवेराइट का हटाने का लक्ष्य वे हासिल नहीं कर पाईं.

सीडीयू के मत बढ़ेतस्वीर: dapd

एफडीपी का संकट बढ़ा

इन चुनावों में सबसे ज्यादा नुकसान एफडीपी को हुआ है. पिछले चुनावों के मुकाबले उसने लगभग 6 प्रतिशत मत खोए हैं और अर्थहीन होने के कगार पर पहुंच गया है. केंद्र में ग्रीस को आर्थिक सहायता पर सीडीयू और एफडीपी के झगड़े के बाद सवाल पूछा जा रहा है कि क्या चांसलर मैर्केल की सरकार अपना समय पूरा कर पाएगी. इस बहस के बीच एसपीडी ने सीडीयू के साथ महागठबंधन बनाने से इंकार कर दिया है. पार्टी प्रमुख जिगमार गाब्रिएल ने कहा है कि यदि सरकार सक्षम नहीं है तो उसे जनता से नया जनादेश लेना होगा.

एफडीपी के अध्यक्ष फिलिप रोएसलर ने चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने और इस्तीफा देने से मना कर दिया है और कहा है कि पार्टी को संकट से बाहर निकलने में समय लगेगा. ग्रीस संकट पर अपने विवादास्पद बयान का बचाव किया है और कहा है कि हमें सभी संभावनाओं पर विचार करना चाहिए. इसके विपरीत उनकी ही पार्टी की विदेश राज्य मंत्री कोर्नेलिया पीपर ने कहा है कि उनकी राय में यूरोप समर्थक पार्टी का यूरोप पर संशय रखने वाली पार्टी के रूप में पेश किया जाना एक गलती थी.

पिराटेन पार्टी के समर्थकतस्वीर: dapd

पिराटेन पार्टी की चुनौती

इंटरनेट पर आजादी के समर्थन में बनी और पिछले संसदीय चुनावों में पहली बार चुनाव लड़ने वाली पिराटेन पार्टी को मतदाताओं ने पहली बार किसी विधान सभा में भेजा है. पार्टी नेता आंद्रेयास बाउम ने कहा है कि उनकी पार्टी अपनी असाधारण जीत के बाद शासन में लोगों की अधिक भागीदारी के लिए लड़ेगी. बाउम ने कहा कि उनकी पार्टी का सबसे बड़ा मुद्दा यह होगा कि राजनीति में अधिक हिस्सेदारी की लोगों की इच्छा को प्रतिनिधि सभा तक कैसे पहुंचाया जाए. 

पिराटेन पार्टी के नेताओं को भी इस तरह की जीत का भरोसा नहीं था. उन्होंने निर्वाचन सूची पर अपने सिर्फ 15 उम्मीदवार रखे थे, और वे सभी चुनाव जीत गए हैं. चुनाव नियमों के तहत सूची पर वैकल्पिक उम्मीदवार भी होते हैं जो किसी उम्मीदवार के इस्तीफा देने पर उसकी जगह ले लेते हैं ताकि विधायिका में पार्टी की ताकत उतनी ही बनी रहे.

जीत की खुशीतस्वीर: dapd

साथी का चुनाव

बर्लिन की नई प्रतिनिधि सभा में एसपीडी को 48, सीडीयू को 39, ग्रीन को 30, डी लिंके को 20 और पिराटेन के 15 सदस्य होंगे. आंकड़ों के हिसाव से 152 सदस्यों वाली विधान सभा में एसपीडी सीडीयू या ग्रीन पार्टी के साथ सरकार बना पाएगी. आज पार्टी संस्थाओं की बैठक के बाद वोवेराइट दोनों ही पार्टियों के साथ गठबंधन पर आरंभिक बातचीत करेंगे. संभावित साथी की मांगों पर विचार करने के बाद किसी एक पार्टी के साथ गठबंधन वार्ता होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें