बलात्कार कांड की जांच से नाराज़ रूस
१६ दिसम्बर २००९मुंबई के रूसी वाणिज्य दूतावास ने गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को लिखे एक पत्र में कहा कि एक भारतीय नागरिक ने रूसी महिला के साथ बलात्कार किया है और जिस तरह से पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, उस पर वे अचंभा व्यक्त करना चाहते हैं.
मुंबई में रूसी वाणिज्य दूत एलेक्ज़ेंडर मैन्टीस्की के दस्तख़त वाले इस ख़त में लिखा गया है, "घटना के कई दिनों बाद भी आरोपी की मेडिकल जांच नहीं की गई. जिस गाड़ी का उसने इस्तेमाल किया, उसकी भी जांच नहीं हुई. घटना के दिन उसने जो कपड़े पहने थे, उसे भी सुरक्षित नहीं रखा गया. इस दौरान सबूत जुटाने की सभी संभावना ख़त्म हो गई."
वाणिज्य दूत ने कहा कि पीड़ित को इस बात की धमकी मिली है कि अगर उसने अपना मुंह बंद नहीं किया, तो उसका हाल भी एलेना सुखानोवा की तरह होगा. हाल ही में संदिग्ध हालत में रूसी महिला सुखानोवा की लाश गोवा से मिली थी. पत्र में लिखा गया है कि गोवा में सुरक्षा की सही व्यवस्था नहीं है. इसमें रूसी सैलानियों को हिदायत दी गई है कि रात 10 बजे के बाद वे होटल के कमरों से बाहर न जाएं.
इस बीच कांग्रेस सांसद शांताराम नाइक के बयान पर बवाल बढ़ गया है. नाइक ने मंगलवार को कहा था कि कुछ सैलानी ख़ुद ऐसी स्थिति पैदा कर देते हैं, जिससे बलात्कार जैसी घटना की संभावना बढ़ जाती है. नाइक ने कहा था कि सैलानी अनजान लोगों के साथ देर रात तक घूमते रहते हैं.
इस महीने के शुरू में रूसी महिला के बलात्कार के मामले में राजनीतिक जॉन फर्नांडिस आरोपी है, जो पुलिस की पकड़ से बाहर है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने उसकी अग्रिम ज़मानत की याचिका नामंज़ूर कर दी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/सरिता झा
संपादनः ए जमाल