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बहरीन फर्राटा रेस में रोड़े अटकाते विरोध प्रदर्शन

२० अप्रैल २०१२

बहरीन में फॉर्मूला वन के चालकों ने शुक्रवार से प्रैक्टिस शुरू की है और साथ ही सरकार विरोधी प्रदर्शन भी जोर पकड़ रहे हैं. सरकार को सफल ग्रां प्री की उम्मीद है,

Red Bull driver Sebastian Vettel of Germany steers his car during the first practice session ahead of the Bahrain Formula One Grand Prix at the Bahrain International Circuit in Sakhir, Bahrain, Friday, April 20, 2012. Authorities in Bahrain have stepped up security around the Formula One circuit at the start of the controversial Grand Prix racing weekend. (Foto:Hassan Ammar/AP/dapd)
बहरीन ग्रां प्री प्रैक्टिस में सेबास्टियान फेटेलतस्वीर: dapd

शुक्रवार को अभ्यास सत्र के दौरान राजधानी मनामा के आस पास के गांवों में विरोध तेज हो गया. प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी. रविवार को बहरीन में फॉर्मूला वन होनी है.

पिछले साल मिस्र और ट्यूनीशिया में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों की चिंगारी बहरीन तक पहुंची. शुरुआत में इन विरोध प्रदर्शनों का क्रूरता से दमन किया गया जिसमें कई लोगों की जान भी गई लेकिन अभी भी युवा हर रोज प्रदर्शन कर रहे हैं.

बहरीन का सत्ताधारी परिवार अल खलीफा, सुन्नी राजा का है जो शिया बहुसंख्यक जनता पर राज कर रहा है. बहरीन सऊदी अरब और ईरान के बीच फंसा हुआ है जो बिलकुल विपरीत धारा को समर्थन दे रहे हैं.

पिछले साल विरोध प्रदर्शनों के कारण बहरीन ग्रां प्री रद्द कर दी गई थी और 2012 की रेस पर बहरीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर पश्चिमी की भवें तनी हुई हैं. फोर्स इंडिया टीम के दो सदस्य पेट्रोल बम घटना के बाद घर लौट रहे हैं. उधर बहरीन के सूचना मंत्रालय ने कहा है, "दंगाईयों को बड़ी संख्या में गैर कानूनी रैलियों और इकट्ठा होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर रास्ते रोकने और पेट्रोल बम से हमले कर उनके जीवन को खतरे में डालने का आरोप भी है." शुक्रवार को अभ्यास सत्र के दौरान बड़े परिसर में मुट्ठी भर दर्शक ही मौजूद थे. दो साल पहले 13 लाख लोगों के देश में कुल एक लाख लोग इस रेस को देखने पहुंचे थे.

मनामा के आसपास जारी विरोध प्रदर्शनतस्वीर: Reuters

मनामा फिलहाल कड़ी सुरक्षा में है. राजधानी में और बहरीन इंटरनेशल सर्किट साखिर को जाते रास्ते पर बड़ी संख्या में हथियार लिए सैनिक तैनात हैं. शहरी जीवन तो विरोध प्रदर्शनों से दूर है लेकिन आस पास के इलाकों में विरोध हो रहा है.

वैसे तो खेल पत्रकार पूरी दुनिया से रेस कवर करने के लिए इकट्ठा हुए हैं पर रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने लिखा है कि उसके और अन्य समाचार एजेंसी के सामान्य पत्रकारों को बहरीन जाने का वीजा नहीं मिला है.

पत्रकारों की सुरक्षा कमेटी के उप निदेशक रॉबर्ट माहोने ने कहा, "बहरीन ग्रां प्री आयोजित करके अंतरराष्ट्रीय ध्यान तो अपनी ओर खींचना चाहता है लेकिन पत्रकारों को रेस ट्रैक से बाहर नहीं जाने देना चाहता जहां वह विरोध प्रदर्शन देख लेंगे. बहरीन बाहर तो कहता है कि उसके पास छिपाने जैसा कुछ नहीं तो फिर उसे पत्रकारों को वीजा देना चाहिए और रिपोर्टिंग करने की आजादी भी."

एएम/आईबी (रॉयटर्स)

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