बांग्लादेश का पाकिस्तान दौरे से इनकार
३१ दिसम्बर २०१२पाकिस्तान में मार्च 2009 के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हुआ है. करीब चार साल पहले लाहौर में श्रीलंकाई टीम को ले जा रही बस पर आतंकवादी हमला हुआ. हमले में श्रीलंकाई टीम के छह खिलाड़ी घायल हुए. छह पुलिसकर्मियों समेत आठ लोग मारे गए. तब से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से दूर है.
पाकिस्तान को उम्मीद थी कि 2013 में हालात बदल जाएंगे और उसके स्टेडियम भी क्रिकेट कैलेंडर में शुमार होंगे. पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और बांग्लादेश के क्रिकेट बोर्ड के बीच बैठकें हुईं. 22 दिसंबर को पीसीबी के प्रमुख जका अशरफ ने कहा कि उनके बांग्लादेशी साथियों ने पाकिस्तान दौरे की पुष्टि कर दी है. यह तय किया गया कि बांग्लादेश की टीम जनवरी 2013 में पाकिस्तान का दौर करेगी. कार्यक्रम के मुताबिक 12 और 13 जनवरी को लाहौर में दो मैच खेले जाने थे.
सोमवार को स्थिति अचानक बदल गई. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजमुल हसन ने ढाका में कहा, "फिलहाल बांग्लादेश पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगा. पाकिस्तान में सुरक्षा के हालात का पूरी तरह आकलन करने के बाद यह फैसला लिया गया है. हमारे लोगों ने भी खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है."
हसन ने पाकिस्तानी अधिकारियों को भी फैसले की जानकारी दे दी है, "हमने तीन दिन पहले पाकिस्तान को खत लिखकर अपने स्थिति के बारे में जानकारी दे दी है. हमने इंतजार कर देखने का फैसला किया है."
बांग्लादेश ने अप्रैल 2012 में भी पाकिस्तान दौरा करने का एलान किया था. तब ढाका हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी. इससे पहले पाकिस्तान से 2011 के वर्ल्ड कप की मेजबानी भी छीन ली गई थी. पाकिस्तान में होने वाले वर्ल्ड कप के मैचों की मेजबानी संयुक्त रूप से भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश को दे दी गई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बनी इस दूरी का असर पीसीबी की माली हालत पर हो रहा है. क्रिकेट बोर्ड तंगहाली से गुजर रहा है.
हालांकि इस वक्त पाकिस्तानी टीम पांच साल बाद भारत के दौरे पर है. अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले साल वह भारतीय टीम को पाकिस्तान बुलाने में सफल हो सकेंगे.
ओएसजे/एमजे (एएफपी)