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बांग्लादेश में भारतीय फिल्मों पर बैन हटा

२५ अप्रैल २०१०

बांग्लादेश सरकार ने सिनेमाघरों में दर्शकों की संख्या बढ़ाने की खातिर भारतीय फिल्मों पर चालीस साल से लगी पाबंदी हो हटा लिया है. लेकिन स्थानीय फिल्म एक्टर और निर्देशक सरकार के इस कदम का भारी विरोध कर रहे हैं.

आजादी मिलने के एक साल बाद यानी 1972 से ही बांग्लादेश में बॉलीवुड फिल्मों पर पाबंदी है जिसका मकसद स्थानीय फिल्म उद्योग को बचाए रखना रहा है. लेकिन शनिवार को सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया. बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री फारुख खान ने कहा, "सिनेमा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हमने यह पाबंदी हटा दी है."

बांग्लादेश में सिनेमाघरों के मालिक बरसों से मांग करते रहे हैं कि उन्हें भारतीय फिल्में दिखाने की अनुमति दी जाए. सरकार के ताजा कदम से खुश अब ये सिनेमा मालिक जल्द ही बांग्लादेश में भारतीय फिल्में रिलीज होने की उम्मीद कर रहे हैं. हालांकि पाबंदी होते हुए भी बांग्लादेश में बॉलीवुड फिल्मों की डीवीडी खूब धड़ल्ले से बिकती रही हैं. सरकारी फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रमुख सुरत कुमार सरकार का कहना है, "नए आदेश के बाद प्रतिबंध खत्म हो गया है और स्थानीय सिनेमाघरों में भारतीय और दूसरी दक्षिण एशियाई फिल्में दिखाने की अनुमति होगी, बशर्ते उनमें अंग्रेजी के सब टाइटल्स हों."

तस्वीर: AP

उधर यह पाबंदी हटने से हर कोई खुश नहीं है. बांग्लादेश के उभरते सितारे और भारतीय फिल्मों के खिलाफ हाल फिलहाल में बने मोर्चे के संयोजक मासूम परवेज रूबेल कहते हैं, "भारतीय फिल्में हमारे फिल्म उद्योग और संस्कृति को पूरी तरह बर्बाद कर देंगी. कम से कम 25 हजार लोग बेरोजगार हो जाएंगे. हम वाणिज्य मंत्री और दूसरे अधिकारियों से अपील करते हैं कि वह अपने फैसले को वापस लें. वरना हम अपने खून की आखिरी बूंद तक संघर्ष करेंगे."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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