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बांध के लिए निर्णायक लड़ाई

१८ अगस्त २०१४

इराक में मोसुल बांध को आतंकवादियों के मुक्त कराने के लिए जोरदार लड़ाई जारी है. अमेरिकी सेना के हवाई हमलों की मदद से कुर्द लड़ाकों ने बांध में कुछ हिस्सों को नियंत्रण में ले लिया. डर है कि कहीं आतंकवादी बांध उड़ा न दें.

तस्वीर: picture alliance/AP Photo

मोसुल बांध से उत्तरी इराक को बिजली और पानी मिलता है. आशंका जताई जा रही थी कि आतंकवादी इसका पानी छोड़कर राजधानी बगदाद को पूरी तरह बर्बाद कर सकते हैं. अगर बांध के सारे फाटक खोल दिए गए तो पांच से दस मीटर ऊंची पानी की लहर अपने साथ सब कुछ बहा ले जाएगी. अगस्त की शुरुआत में आईएस (इस्लामिक स्टेट) ने बांध को नियंत्रण में ले लिया.

रविवार को अमेरिका ने बांध के आस पास आतंकवादियों के ठिकानों पर हमले शुरू किए. हवाई हमलों के जरिए कुर्द लड़ाकों को आगे बढ़ने में मदद मिली. कई घंटों के संघर्ष के बाद कुर्द लड़ाकों ने बांध को घेर लिया. हालांकि एक कुर्द अधिकारी ने बताया कि बांध के आस पास में जगह जगह बारूदी सुरंगें लगाई गई हैं, जिन्हें हटाने में वक्त लग रहा है.

आईएस को पहले आइसिस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) कहा जा रहा था. बाद में आतंकवादियों ने अपने संगठन का नाम बदलकर आईएस कर दिया. आईएस के नियंत्रण में सीरिया और इराक की सीमा वाले इलाके हैं.

मोसुल बांधतस्वीर: picture-alliance/dpa

2014 की शुरुआत में आईएस को सिर्फ सीरिया में हमले करने वाला संगठन माना जा रहा था, लेकिन जून में उत्तरी इराक के कई शहरों को कब्जे में लेने के बाद उसके असल इरादे जाहिर हुए. सुन्नी समुदाय के लोग और बड़ी संख्या में विदेशी लड़ाके आईएस के लिए लड़ रहे हैं. आतंकवादी शिया, यजीदी और ईसाई समुदायों को भी निशाना बना रहे हैं. पुरुषों की हत्या की जा रही है और महिलाओं और बच्चों को अगवा किया जा रहा है.

अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन भी आइसिस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्री माइकल फालोन ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके लड़ाकू विमान इराक में उड़ान भर रहे हैं. फालोन के मुताबिक मिशन कई महीने चल सकता है. लड़ाकू विमान यजीदी शरणार्थियों के ठिकानों के आस पास चक्कर लगा रहे हैं, ताकि आइसिस के हमले को टाला जा सके.

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी कहा है कि मिशन इराक में लंबा वक्त लग सकता है. ओबामा के मुताबिक इराक की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है और आइसिस को रोकना अमेरिका के हित में है. व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा, "मोसुल बांध की नाकामी बड़ी संख्या में आम नागरिकों, अमेरिकी नागरिकों और प्रतिष्ठानों को खतरा पहुंचा सकती है." अगर बांध को कुछ हुआ तो उत्तरी इराक की बिजली भी गुल हो जाएगी और पेयजल का संकट भी खड़ा हो जाएगा.

ओएसजे/एएम (एपी, एएफपी)

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