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बिन लादेन के दामाद को उम्र कैद

२७ मार्च २०१४

न्यूयॉर्क की अदालत ने ओसामा बिन लादेन के दामाद को अमेरिकियों के खून और आतंकवादियों के सहयोग का दोषी पाया है. इससे पहले कभी भी अल कायदा के उच्च स्तर के आतंकवादियों का मामला अमेरिकी अदालत नहीं पहुंचा.

तस्वीर: Reuters/Jane Rosenberg

तीन हफ्तों की सुनवाई के बाद 48 साल के सुलेमान अबु गैथ को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. उसे अमेरिकी नागरिकों को मारने की साजिश और आतंकवादियों को सहयोग देने का दोषी पाया गया है.

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैथ तब मशहूर हुआ जब 2001 में न्यूयॉर्क हमले के बाद वह एक वीडियो में ओसामा बिन लादेन के साथ दिखा. 12 सितंबर 2001 के वीडियो में ओसामा बिन लादेन ने 9 सितंबर को न्यूयॉर्क की गगनचुंबी इमारतों पर हमले की जिम्मेदारी ली थी. अमेरिकी सरकार के हाथ लगे कुछ वीडियो में गैथ धमकी दे रहा है कि वह अमेरिका पर "हवाई जहाजों के तूफान" से हमला करेगा. बहरहाल न्यूयॉर्क में चल रही सुनवाई के दौरान जूरी के 12 सदस्यों ने केवल चार घंटे की बहस के अंदर तय कर दिया कि गैथ को आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी. सुनवाई के बाद उसने अपने दिल पर हाथ रखते हुए अपने वकीलों से शुक्रिया कहा.

तस्वीर: AFP/Getty Images

गैथ के वकील स्टेनली कोहेन ने जज पर आरोप लगाया कि वह "जबरदस्ती" कर रहे थे और उन्होंने 9 सितंबर 2001 की साजिश में शामिल खालिद शेख मुहम्मद को गवाह बनाने से इनकार कर दिया. अपने मुवक्किल अबु गैथ के बारे में कोहेन का कहना है, "उसे भरोसा है कि यह मामला खत्म नहीं हुआ है और अभी तो बस शुरुआत है. हमे लगता है कि अपील करने की हमारे पास कई वजहें हैं."

वहीं सरकारी वकील प्रीत भरारा ने कहा कि इस फैसले से पीड़ितों की सरकार को राहत मिलेगी. लेकिन गैथ के वकील अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करना चाहते हैं. सरकारी वकीलों का कहना है कि अबु गैथ अल कायदा में जाना पहचाना चेहरा था और ओसामा बिन लादेन के संदेशों को लोगों तक पहुंचाता था. सरकारी वकील जॉन क्रोनन ने कहा, "अल कायदा के बर्बर इतिहास की सबसे अहम घड़ी के दौरान सुलेमान अबु गैथ बिन लादेन का प्रमुख दूत था." 2002 में अबु गैथ अफगानिस्तान से भाग कर ईरान की ओर निकला. 2013 में उसे तुर्की में गिरफ्तार किया गया और उसे जॉर्डन भेजा गया, जहां उसे अमेरिकी हिरासत में सौंप दिया गया.

तस्वीर: picture-alliance/AP

इस सुनवाई के बाद अमेरिका में सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि आतंकवाद के मामलों को ग्वांतानामो के बजाय अमेरिका में चलाना बेहतर होगा. अमेरिकी एटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने भी कहा कि अबु गैथ मामला सरकार के लिए एक सबूत है जिससे वह अपना फैसला सही ठहरा सकती है कि अल कायदा के नेताओं की सुनवाई अमेरिका में ही हो.

एमजी/एजेए (एपी, एएफपी)

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