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बिल गेट्स के हाथों यूपी की सेहत

३० मई २०१२

कम्प्यूटर क्रांति के जनक बिल गेट्स की मुलाकात की खबर आई तो उम्मीद थी कि नौजवान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनसे अपना कम्प्यूटर प्रेम साझा करेंगे. लेकिन गेट्स ने सूबे के लोगों की सेहत सुधारने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई.

तस्वीर: Waheed / DW

अखिलेश यादव का 26 लाख प्रांत के छात्रों को टैबलेट कम्प्यूटर और लैपटॉप देने का कार्यक्रम है. राज्य में इसी बहाने आईटी में जबरदस्त बदलाव की संभावना थी. लेकिन गेट्स ने स्वास्थ्य परियोजनाओं में साझेदारी की पेशकश की और अखिलेश यादव ने भी इस पर खुशी से हामी भर ली. अब बिल गेट्स का फाउंडेशन और यूपी सरकार इस बारे में एक एमओयू साइन करेंगे.

अखिलेश यादव से बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह अध्यक्ष बिल गेट्स ने यूपी के विकास में विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं में यूपी सरकार का हाथ बंटाने में अपने फाउंडेशन के सहयोग की पेशकश की. इस मुलाकात में निर्णय लिया गया कि दो माह के अंदर यूपी सरकार तथा बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन एक एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे. एमओयू के तहत गेट्स फाउन्डेशन मातृ एवं नवजात शिशु तथा बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं, टीकाकरण सहित स्वास्थ्य एवं कृषि संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों में राज्य सरकार को तकनीकी, प्रबन्धकीय तथा कार्यक्रम डिजाइन में सहयोग प्रदान करेगा.

तस्वीर: Waheed / DW

पुरानी परियोजनाएं

मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने यूपी के विभिन्न जनपदों में गेट्स फाउंडेशन द्वारा संचालित ‘श्योर स्टार्ट', ‘मंथन' तथा ‘अर्बन हेल्थ इनीशियेटिव' जैसी स्वास्थ्य संबंधी परियोजनाओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों के समाधान के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है. इसके अलावा राज्य सरकार संक्रामक बीमारियों जैसे टीबी, कुछ खास क्षेत्रों में जापानी इंसेफ्लाइटिस, अक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम जैसी बीमारियों से निपटने के प्रयास कर रही है.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिल गेट्स को बताया कि उनकी सरकार फाउंडेशन से वित्तीय मदद के बजाए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की विभिन्न परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभिन्न देशों में फाउंडेशन के सफल प्रयासों, अनुभवों, अभिनव प्रयोगों एवं शोध के उपयोग की इच्छुक है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर प्रबन्धन के जरिये जरूरतमंदों तक इन सेवाओं को पहुंचाने में सफलता मिल सके. इसके अलावा राज्य सरकार सूचना तकनीक एवं टेली मेडिसिन के क्षेत्र में भी मदद की इच्छुक है, ताकि इनके जरिये ग्रामीण क्षेत्रों एवं निर्धन लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच हो सके.

बिल गेट्स ने यूपी के मुख्यमंत्री और वहां मौजूद अन्य नेताओं तथा अफसरों से कहा कि उनकी संस्था यूपी सरकार के साथ बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल, आधुनिक गर्भ निरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देने एवं उनकी उपलब्धता जनता तक सुनिश्चित कराकर जनसंख्या नियंत्रण में सहयोग प्रदान करने की इच्छुक है. इसके अलावा उनका फाउंडेशन डिजिटल भुगतान पद्धति का उपयोग कर ग्रामीण समुदाय एवं निर्धन लोगों को बचत ऋण एवं बीमा की सुविधाओं से जोड़कर, उनके विकास  के लिए राज्य सरकार के साथ काम करने का भी इच्छुक है. उन्होंने कृषि क्षेत्र में भी सहयोग करने का प्रस्ताव भी किया.

तस्वीर: Waheed / DW

पुराने वादे

सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि गेट्स के सहयोग से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा. लेकिन पूर्व विधायक आर के चौधरी ने संशय व्यक्त किया और कहा कि ये वही सेक्टर हैं जिसके अफसर भारत सरकार के एनआरएचएम जैसे कार्यक्रम को खा गए. करीब 5700 करोड़ का घोटाला हुआ. एक दर्जन अफसर मार दिए गए. कई जेल में है. अब फिर उसी सेक्टर में मदद आ रही है तो मन मे संशय तो आएगा ही. बीजेपी के प्रवक्ता विजय पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार की बहुत सख्त जरूरत है.

इससे पहले बिल गेट्स मई 2010 में भी यूपी आए थे. तब वह राहुल गांधी के साथ थे और उन्होंने राहुल के साथ उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी के एक गांव में रात में चौपाल भी लगाई थी. गेट्स ने ग्रामीणों से वादा किया था कि वे उनके इलाके के लिए कुछ अच्छा जरूर करेंगे. तब उन्होंने राहुल गांधी की मौजूदगी में कहा था कि वे अमेठी और रायबरेली में आईटी हब, आईटी पार्क और आईटी एसइजेड की स्थापना करेंगे. लेकिन लगभग दो साल बीत गए उनका एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. 

पूर्व विधायक आर के चौधरी इसमें भी कोई सियासत देख रहे हैं. उनके मुताबिक गेट्स की यूपी में इतनी दिलचस्पी है कि राहुल गांधी के बाद अब वह अखिलेश यादव के साथ आ गए हैं, मन में संशय पैदा कर रहा है.

रिपोर्ट: एस वहीद, लखनऊ

संपादन: महेश झा

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