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बीसीसीआई के दबाव के आगे झुका श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड

२२ अप्रैल २०११

बीसीसीआई का दबाव काम आया और आखिरकार श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को आईपीएल से वापस नहीं बुलाने पर तैयार हो गया. अब 18 मई तक आईपीएल में मौजूद रहेंगे श्रीलंकाई खिलाड़ी. बीसीसीआई ने पैसा रोकने की धमकी दी थी.

तस्वीर: AP

श्रीलंकाई खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगमागे ने खिलाड़ियों को वापस बुलाने के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, "हम इंगलैंड दौरे के लिए टीम में शामिल होने से पहले खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने के लिए ज्यादा वक्त दे रहे हैं. बीसीसीआई ने इसके लिए लगातार कई बार अनुरोध किया. भारत सरकार और वहां के क्रिकेट बोर्ड से हमारे अच्छे रिश्ते हैं और हम उन्हें मुश्किल में नहीं डालना चाहते."

जारी रहेगी पारीतस्वीर: AP

खेल मंत्री ने बताया कि गुरुवार रात क्रिकेट अधिकारियों के साथ एक बैठक के बाद तय किया गया कि खिलाड़ी 18 मई तक लंदन जा कर टीम में शामिल हो सकते हैं. श्रीलंकाई सरकार और क्रिकेट बोर्ड ने इससे पहले अपने खिलाड़ियों को 5 मई तक वापस लौटने आने को कहा था ताकि वे इंगलैंड दौरे के लिए अभ्यास सत्र में शामिल हो सकें. श्रीलंकाई दौरा इंगलैंड में 14 मई को एक अभ्यास मैच के साथ शुरू होगा. श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने फैसला किया है कि वह दौरे पर पहले एक दूसरी टीम भेजेगी. आईपीएल में खेल रहे श्रीलंकाई खिलाड़ी 19 मई को दूसरे अभ्यास मैच में शामिल होंगे. इंगलैंड के साथ पहला टेस्ट मैच 26 मई से शुरू होगा. आईपीएल का फाइनल 28 मई को होना है.

खेल मंत्री ने कहा, "आईपीएल में खेल रहे खिलाड़ियों को 19 मई को होने वाले अभ्यास मैच से पहले लंदन पहुंच जाना होगा. मैं समझता हूं कि हमारे खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस समझौते से खुश होंगे."

बीसीसीआई ने पिछले शुक्रवार को श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के पास पत्र भेज कर उनसे खिलाड़ियों को वापस बुलाने के फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए कहा. श्रीलंका के 11 खिलाड़ी आईपीएल में खेल रहे हैं जिनवमें कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने भी हैं. ये दोनों अपनी अपनी टीमों के कप्तान हैं. अगर वे पहले ही मुकाबला छोड़ कर चले जाते तो इससे आईपीएल की टीमों का समीकरण गड़बड़ हो जाता. टीम मालिकों को पहले से बताया गया था कि ये खिलाड़ी 21 मई तक आईपीएल में मौजूद रहेंगे.

अलुथगमागे ने बताया कि नई समय सीमा सिर्फ उन सात खिलाड़ियों के लिए बढ़ाई गई है जिन्हें राष्ट्रीय टेस्ट टीम के 16 खिलाड़ियों में शामिल किया गया है. खेल मंत्री ने इस बात से इनकार किया कि ये समझौता बीसीसीआई की इस धमकी के बाद किया गया है कि वह खिलाड़ियों और बोर्ड को मिलने वाली रकम रोक लेगा. उनका कहना है कि बोर्ड की चयन समिति ने खिलाड़ियों को पहले बुलाने का फैसला इसलिए किया था क्योंकि उन्हें लगा कि पिछले दो महीनों में उन्होंने बहुत क्रिकेट खेला है और थोड़ा जल्दी पहुंच कर इंगलैंड की आबोहवा में खुद को ढाल लेना चाहिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः उभ

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