बुंडेसटाग के पहले अधिवेशन की याद में सभा
७ सितम्बर २००९संसद की पहली बैठक की याद में हो रही है समारोही सभा में वर्तमान और पूर्व सांसदों के अलावा बुंडेसराट, जर्मन सरकार और संवैधानिक न्यायालय जैसे अन्य संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे.
1949 में 7 सितंबर को बॉन के शिक्षा अकादमी के स्पोर्ट्स हॉल में बुंडेसटाग की पहली स्थापना बैठक हुई थी. संसद का उद्घाटन पाउल लोएबे ने किया जो 73 वर्ष के थे और सबसे अधिक उम्र के सांसद थे. वे एक छोटे से ब्रेक के अलावा 1920 से 1932 तक राइषटाग के अध्यक्ष रहे थे. द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के चार साल बाद इस बैठक में वक्ताओं ने जर्मन एकीकरण और यूरोपीय एकता को राजनीति का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य घोषित किया था. बुंडेसटाग की पहली बैठक की अध्यक्षता करने वाले एसपीडी के वयोवृद्ध सांसद पाउल लोएबे ने जर्मन युद्धबंदियों और पकड़े गए लोगों के बारे में भी चिंता जताई थी.
60 साल बाद आज संघीय जर्मन संसदीय परंपरा की नींव रखने वाली उस बैठक की याद में समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसे सांसद अध्यक्ष नार्बर्ट लामैर्ट संबोधित करेंगे. उसके बाद बॉन में सरकार के शुरुआती दिनों पर वोल्फ़गांग कोएप्पेन द्वारालिखे गए राजनीतिक उपन्यास दास ट्राइबहाउस के अंश पढ़े जाएंगे.
पहले बुंडेसटाग के चुनाव 14 अगस्त को हुए थे. 410 सांसद चुने गए जिनमें 8 पश्चिम बर्लिन के थे. पश्चिम बर्लिन के सांसदों को संसद में मत देने का अधिकार नहीं था क्योंकि पश्चिम बर्लिन को जर्मनी के प्रांत का दर्ज़ा नहीं प्राप्त था. सीडीयू-सीएसयू को 142 सीटें मिलीं जबकि एसपीडी को 136 और एफ़डीपी को 53 सीटें मिली. पहले बुंडेसटाग में महिला सांसदों की संख्या 28 थी.
संसद के पहले अधिवेशन में सीडीयू-सीएसयू के डा. एरिष कोएलर(1892-1958) को बुंडेसटाग का प्रथम अध्यक्ष चुनाव गया. एसपीडी के डा. कार्लो श्मिड(1896-1979) और एफ़डीपी के डा. हरमन शेफ़र(1892-1966) उपाध्यक्ष चुने गए.
रिपोर्ट: महेश झा
संपादन: मानसी गोपालकृष्णन