मलेशिया एयरलाइंस के यात्री विमान की दुर्घटना के जांचकर्ताओं का मानना है कि विमान युद्धग्रस्त यूक्रेन में मिसाइल हमले में दुर्घटना का शिकार हुआ. हमले में विमान में सवार सभी 298 लोग मारे गए थे.
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जांच रिपोर्ट पर जानकारी देते हुए डच सेफ्टी बोर्ड के प्रमुख जिब्बे यूस्ट्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को बताया, "उड़ान एमएच17 विमान के बाहर कॉकपिट के बायीं ओर एक वारहेड के फटने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह वारहेड उस प्रकार के मिसाइल के साथ फिट बैठता है जो धरती से हवा में मार करने वाले बुक मिसाइल सिस्टम में लगता है." बुक मिसाइल सिस्टम सोवियत काल में बनाया गया था और इस समय वह रूस के अलावा यूक्रेन की सेना के पास है. हालांकि जिब्बे यूस्ट्रा ने इस पर जोर दिया कि जांचकर्ताओं ने मिसाइल के लॉन्च साइट का सही सही पता नहीं लगाया है, रिपोर्टरों को दिखाए गए नक्शों में साफ दिख रहा था कि डोनेस्क के निकट वह इलाका रूस समर्थक अलगाववादियों के कब्जे में था.
यूस्ट्रा ने यूक्रेनी अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने यात्री विमान को सेना और अलगाववादियों के बीच लड़ाई के बावजूद उस इलाके से होकर उड़ने दिया. उन्होंने कहा, "हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि एहतियात के तौर पर पर्याप्त कारण हैं कि यूक्रेनी अधिकारी देश के पूर्वी हिस्से के ऊपर हवाई क्षेत्र को बंद कर दें."
इससे पहले यूस्ट्रा ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को जांच के बारे में जानकारी दी. रॉबी ओएलर्से ने बताया कि उसके बाद कमरे में पूरी उदासी छा गई. बाद में जब वे कमरे से निकले तो सबके चेहरे पर सदमा दिख रहा था. रॉबी ओएलर्स ने कहा, "उन्होंने हमें वे टुकड़े दिखाए जो विमान के अंदर थे. कमरा शांत था और आप पिन गिरने तक की आवाज सुन सकते थे."
रूस ने कहा अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि रिपोर्ट कोई सबूत नहीं देता कि विमान को अलगाववादियों के इलाके से मार गिराया गया. उप विदेश मंत्री सेर्गेई रियाबकोव ने डच जांच को पक्षपातपूर्ण बताया. जांच रिपोर्ट को मिसाइल निर्माता कंपनी अलमाज अंती ने फौरन नकार दिया. रूसी कंपनी ने खुद अपना टेस्ट किया है जो डच जांच से उल्टा है. कंपनी के निदेशक यान नोवीकोव ने कहा, "रॉकेट के प्रकार और लॉन्च की जगह के बारे में हमारे टेस्ट के नतीजे डच कमीशन की जांच से एकदम विपरीत हैं." इस रिपोर्ट पर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया के बाद मॉस्को और पश्चिमी देशों के बीच रिश्ते और बिगड़ने की आशंका है.
यूक्रेनी प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेन्युक ने दुर्घटना के लिए रूस की सुरक्षा एजेंसी को जिम्मेदार बताया है और हमले को नियोजित कार्रवाई बताया. व्हाइट हाउस ने रिपोर्ट को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए महत्वपू्र्ण मील का पत्थर बताया. अमेरिकी एजेंसी एनएसए के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका जिम्मेदार लोगों को सजा दिलवाने के प्रयासों का समर्थन करता है. मलेशिया ने कहा है कि वह ट्रिगर दबाने वाले अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चाहता है. जांच टीम ने कहा है कि उन्होंने दुर्घटना के मामले में कुछ लोगों की शिनाख्त की है.
एमजे/आरआर (एएफपी)
2014 के विमान हादसे
2014 के खत्म होते होते एक और विमान हादसे का शिकार हो गया. 28 दिसंबर को इंडोनेशिया के सुरबाया शहर से सिंगापुर जा रहा विमान रडार से गायब हो गया. पिछले साल की कुछ बदकिस्मत विमान यात्राओं पर एक नजर.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Pleul
कोई संपर्क नहीं
इंडोनेशिया के सुरबाया से 27 दिसंबर को एयर एशिया का विमान क्यूजेड 8501 सिंगापुर के लिए निकला. लेकिन उड़ान के 40 मिनट बाद ही विमान का कंट्रोल टॉवर से संपर्क टूट गया. विमान में कुल 162 लोग सवार थे. दो दिन बाद जावा सागर में विमान का मलबा मिला.
तस्वीर: Reuters/E. Nuraheni
जावा सागर में लापता
ए320-200 के लापता होने के पहले पायलट ने खराब मौसम में विमान उड़ाने की कोशिश की और कंट्रोल टॉवर से रास्ता बदलने के लिए इजाजत मांगी थी. तलाशी अभियान इंडोनेशियाई द्वीप बांग्का बेलितुंग और जावा सागर के बीच केंद्रित है. एयर एशिया के विमान के लापता होने से एक बार फिर एमएच 370 की याद ताजा हो गई.
तस्वीर: Aditya/AFP/Getty Images
777 त्रासदी
साल 2014 में मलेशिया एयरलाइंस के दो बोइंग 777 हादसे के शिकार हुए. इनमें से एक अब भी लापता है. क्वालालम्पुर से बीजिंग के लिए निकले बोइंग 777 में चालक दल के 12 सदस्यों समेत 239 लोग सवार थे. इनमें ज्यादातर चीनी नागरिक थे. आखिरी रेडियो संदेश के बाद विमान रडार से गायब हो गया. ऐसी आशंका जताई जाती है कि विमान हिंद महासागर में डूब गया.
तस्वीर: cc-by-sa/Laurent Errera/L'Union
विमानन इतिहास का रहस्य
एमएच 370 विमान को क्या हुआ? यह विमानन इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा रहस्य है. क्या विमान में कोई तकनीकी खराबी थी? या फिर विमान का अपहरण हो गया? या फिर पायलट ने खुदकुशी कर अपने साथ सभी यात्रियों की जान ले ली? 2014 में ऐसी तमाम अटकलें लोग लगाते रहे.
तस्वीर: Getty Images
कहां है मलबा?
सैटेलाइट तस्वीरों में समुद्र में कई बार मलबे दिखाई पड़े लेकिन जिन चीजों को जहाज का मलबा माना गया वह हर बार कुछ और ही निकला. लापता एमएच 370 को ढूंढने के लिए समुद्री जहाजों से लेकर लड़ाकू विमानों का भी सहारा लिया गया लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
यूक्रेन संघर्ष में मारे गए मासूम
17 जुलाई को मलेशिया एयरलाइंस का एक और बोइंग 777 दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान को संभवतः युद्धग्रस्त पूर्वी यूक्रेन में मार गिराया गया था. उड़ान संख्या एमएच 17 में कुल 298 लोग सवार थे. विमान एम्सटरडम से क्वालालम्पुर जा रहा था.
तस्वीर: Reuters
मलबे की खोज में मुश्किलें
एमएच 17 के मलबे को खोजने और इकट्ठा करने के काम काफी मुश्किलें आईं. पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों ने जांचकर्ताओं को घटनास्थल तक पहुंचने और हादसे के तुरंत बाद जांच से करने से रोका.
तस्वीर: Reuters
देर से मिला ब्लैक बॉक्स
हादसे के पांच दिन बाद विद्रोहियों ने ब्लैक बॉक्स को मलेशिया के प्रतिनिधियों को सौंपा. शुरूआती जांच में ऐसे संकेत हैं कि एमएच 17 को जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने मार गिराया था. यह पता नहीं कि हादसा विद्रोहियों या रूसी सेना या फिर यूक्रेनी सेना की तरफ से हुई गलती का नतीजा था.
तस्वीर: Reuters
रास्ता बदला और तबाही
24 जुलाई को बुर्किना फासो से अल्जीरिया जा रहा जहाज हादसे का शिकार हो गया. इस विमान में सवार सभी 118 लोग मारे गए. हादसे के पहले पायलट ने कंट्रोल टॉवर से तूफान के मद्देनजर रास्ता बदलने की इजाजत मांगी थी.
तस्वीर: cc-by-sa/Dura-Ace/curimedia
नेपाल में हादसा
16 फरवरी को नेपाल एयरलाइंस की फ्लाइट 183 हादसे का शिकार हो गई. विमान में सवार सभी 18 लोग मारे गए थे.
तस्वीर: Armin Sekhavatpour
तूफान से हादसा
23 जुलाई को ट्रांसएशिया एयरवेज 222 की फ्लाइट ताइवान के पेंघु द्वीप में उतरने से पहले तूफानी मौसम के कारण विमान इमारतों से जा टकराया. हादसे में 48 लोगों की मौत हो गई.