'बुरकिनी में तैरना मना है'
१३ अगस्त २००९राजधानी पेरिस के पास एमिराइनविले शहर में बने पब्लिक स्विमिंग पुल में ये महिला जुलाई में जब बुरकिनी पहन कर तैरने उतरी तो स्टाफ ने उसे नियमों का हवाला देकर रोक दिया.
बुरकिनी यानी पूरे बदन को ढकने वाला लिबास. इसे बुरकिनी ही कहा जताहै और अधिकारियों का कहना है कि इसे पहनने का इस्लाम से कोई संबंध नहीं है. यानी इसे इस्लाम से या धार्मिक आज़ादी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
हाल में फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी ने बुर्का पहनने को गरिमा का हनन बताया था. ताज़ा घटना को सारकोज़ी के बयान से जोड़कर भी देखा जा रहा है. सारकोज़ी बुर्के की मुख़ालफ़त करते रहे हैं.
लेकिन एमिराइनविले शहर के मेयर आलियान केलयर के मुताबिक महिला को मनाही का संबंध इस्लाम से नहीं है क्योंकि तैराकी के लिए ऐसे लिबास का कोई नाता किसी धर्म से नहीं है.
उधर फ्रांसीसी मूल की महिला का कहना है कि ये उसकी आज़ादी का हनन है और भेदभाव है. और वो इसके ख़िलाफ़ लड़ेंगी. उनका कहना है कि वे अगर ये लड़ाई हार गई तो ख़ुशी ख़ुशी फ्रांस भी छोड़ देंगी.
महिला का कहना है कि उसने अपनी बुरकिनी दुबई से ख़रीदी थी.
पश्चिमी यूरोप में मुस्लिमों की सबसे ज़्यादा आबादी फ्रांस में है और वहां क़रीब 50 लाख मुसलमान रहते हैं.
सारकोज़ी के बुर्के को लेकर दिए संसद में दिए हाल के बयान से पहले 2004 में सरकारी स्कूलों में हेडस्कार्फ पर भी पाबंदी लगा दी गई थी.
रिपोर्ट- एजेंसियां/एस जोशी
संपादन- एस गौड़