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'बूढ़े' सहवाग खुश, क्रिकेट की दुनिया खुश

Anwar Jamal Ashraf८ दिसम्बर २०११

सचिन तेंदुलकर मेलबर्न के लिए जब फ्लाइट में सवार हो रहे थे, तब वह वनडे के बादशाह थे. जब ऑस्ट्रेलिया में उतरे होंगे, तो पता चला होगा कि सहवाग ने उनका तख्ता पलट दिया है. खुद को बूढ़ा कह रहे वीरू ने वनडे में 219 रन ठोंक दिए.

तस्वीर: AP

शुरुआती दौर में सचिन तेंदुलकर की ही तरह दिखने वाले वीरेंद्र सहवाग उन दिनों में उन्हीं की तरह शॉट्स भी खेलते थे और कई हलकों में तो उन्हें सचिन का डुप्लीकेट भी कहा जाने लगा था. सहवाग अपनी आतिशी बल्लेबाजी से इस बात को साबित भी करते रहे. और अपने 240वें वनडे में उन्होंने अपने 'गुरु' सचिन तेंदुलकर का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया और पारी में 2119 रन ठोंक डाले.

लगभग पूरी पारी ग्राउंड पर बिताने के बाद सहवाग जब पैवेलियन में पहुंचे तो बहुत थके हुए दिख रहे थे. उन्होंने कहा, "हर कोई मुझसे एक दोहरे शतक की उम्मीद कर रहा था. मुझे लगता है कि मैंने उनकी उम्मीदों को पूरा किया." उनका कहना था, "मैं बहुत थक गया हूं क्योंकि मैं 33 साल का हूं. मैं बूढ़ा हो चुका हूं और मेरी पीठ की नसें खिंच रही हैं."

तस्वीर: AP

सहवाग के इस दोहरे शतक में थोड़ा सा रोल किस्मत का भी रहा क्योंकि वेस्ट इंडीज के कप्तान ने उनका एक कैच टपका दिया. सहवाग का कहना है, "जब सैमी ने मेरा कैच छोड़ा तो मैं समझ गया कि भगवान मेरे साथ है. वह मुझसे कह रहा है कि मैं 45-46 ओवर बल्लेबाजी करूं तो 200 तक पहुंच सकता हूं." उन्होंने 149 गेंदों की पारी में 25 चौके और सात छक्कों की मदद से 219 रन बनाए.

सौरव गांगुली खुश

उनकी इस कामयाबी पर क्रिकेट जगत में भी खुशी की लहर दौड़ गई. भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने वीरू की जम कर तारीफ की. खुद 183 रन की पारी खेल चुके गांगुली का कहना है, "ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले यह दोहरा शतक उनके लिए नैतिक रूप से बड़ा अच्छा होगा. ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले उन्हें यह दोहरा शतक जरूर काफी आत्मविश्वास देगा. सच एक महान उपलब्धि है और मैं सहवाग को इसके लिए बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने कभी कभी भारत की कप्तानी की है और मैं समझता हूं कि वह अच्छे कप्तान भी बन सकते हैं. वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जो जोखिम लेना जानते हैं और चाहते हैं. अगर उन्हें कप्तान के तौर पर मौके मिलते रहे तो वह इस तरह के काम करते रहेंगे."

भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता कृष्णामाचारी श्रीकांत ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में सहवाग जैसे गिने चुने खिलाड़ियों को ही देखा है. श्रीकांत ने कहा, "मैं सहवाग के लिए बेहद खुश हूं. मैंने जिन खिलाड़ियों को खेलते देखा है, उनमें कुछ महान लोगों में वह शामिल है. वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में वह दोहरे शतक (175) से चूक गए थे. लेकिन आज उन्होंने वह चीज हासिल कर ली. क्या शानदार खेल खेला."

ईमानदार सहवाग

श्रीकांत ने कहा, "सहवाग के साथ जो खास बात है, वह यह कि वह एक ईमानदार क्रिकेटर हैं. रन नहीं बन रहे थे तो वह सलामी बल्लेबाजों को दोष दे रहे थे और उनमें वह खुद भी शामिल थे. वह सीधी बात करने वाले इंसान हैं." क्रिस का कहना है कि सहवाग के अलावा वह सोचते हैं कि सचिन तेंदुलकर और विवियन रिचर्ड्स ही यह काम कर सकते थे.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

पाकिस्तान के शानदार स्पिनर रहे अब्दुल कादिर ने भी वीरू की तारीफ की. कादिर ने कहा, "मैं हमेशा से सचिन तेंदुलकर का फैन रहा हूं. जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक बनाया तो मेरे जेहन में वीरेंद्र सहवाग का ही नाम कौंधा. मेरे विचार से श्रीलंका के सनत जयसूर्या भी दोहरा शतक बनाने का माद्दा रखते थे."

रिपोर्टः रॉयटर्स, पीटीआई/ए जमाल

संपादनः एन रंजन

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