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बृहस्पति ग्रह के पास 10 और चांद दिखे

१९ जुलाई २०१८

खगोलशास्त्रियों ने गुरुवार को एलान किया कि जूपिटर यानी बृहस्पति ग्रह के 10 और चंद्रमा खोजे गए हैं. इस विशाल ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाने वाले अब 79 चंद्रमा हो गए हैं.

USA: Forscher der Carnegie Institution for Science entdecken 12 Jupiter-Monde
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Carnegie Institution for Science

बृहस्पति ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाने वाले जिन नए चंद्रमाओं का पता चला है उनका आकार अपेक्षाकृत छोटा है. सौरमंडल के पांचवें ग्रह बृहस्पति के पास कई विशाल चंद्रमा भी हैं. इनमें गानीमेडे तो पूरे सौमंडल में सबसे बड़ा है. इसका व्यास करीब 5,268 किलोमीटर है. नए चंद्रमाओं का व्यास 1 किलोमीटर से लेकर 4 किलोमीटर के बीच है. बृहस्पति का व्यास करीब 1,42,984 किलोमीटर है तो उसकी तुलना में ये चांद काफी छोटे हैं. इनमें एक ऐसा है जो गलत रास्ते पर परिक्रमा कर रहा है और एक दिन ऐसा आएगा जब यह दूसरे चांद से टकराएगा.

तस्वीर: picture-alliance/dpa/D. Peach

वॉशिंगटन में खगोलशास्त्री स्कॉट शेपर्ड के नेतृत्व में कार्नेजी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के रिसर्चरों ने 12 चंद्रमाओं की पहचान की है इनमें से 10 का ब्यौरा मंगलवार को दिया गया. शेपर्ड का कहना है कि बृहस्पति के पास ये चांद संभवतः सौरमंडल के शुरूआती दिनों में बने होंगे और ग्रह के मजबूत गुरुत्वाकर्षण के कारण उसके घेरे में आ गए होंगे. शेपर्ड ने कहा, "बृहस्पति एक बड़े वैक्यूम क्लीनर की तरह है क्योंकि यह काफी बड़ा है. इन चंद्रमाओं ने बृहस्पति में गिरने की बजाए उसकी परिक्रमा शुरू कर दी. तो इससे हम अंदाजा लगा रहे हैं कि यह चट्टानी क्षुद्रग्रह और बर्फीले धूमकेतुओँ के बीच में कुछ हैं. शायद आधा बर्फ और आधा चट्टान." 

नई चंद्रमाओं में सबसे दिलचस्प है वालेतूदो. इसका नाम प्राचीन रोमन देवता ज्यूपिटर की पड़पोती के नाम पर रखा गया है जो सेहत और आरोग्य की देवी मानी जाती हैं. वालेतूदो बृहस्पति की उसी दिशा में परिक्रमा करता है जिस दिशा में बृहस्पति खुद परिक्रमा करता है जबकि दूसरे चांद उसी ऑरर्बिट में दूसरी दिशा से परिक्रमा करते हैं. शेपर्ड ने बताया, "वालेतूदो हाइवे पर गलत तरीके से जा रहा है ऐसे में इस बात की बहुत आशंका है कि यह दूसरे चांदों से टकराएगा. शायद यह पहले टकरा भी चुका है."

सौरमंडल में बृहस्पति के पास सबसे ज्यादा 79 चांद हैं इसके बाद 62 चंद्रमा वाले शनि की बारी आती है. शेपर्ड का कहना है कि बृहस्पति और शनि के पास शायद बराबर संख्या में चंद्रमा हैं. शनि के कुछ और चंद्रमाओँ का पता लगना अभी बाकी है.

चंद्रमा का मतलब किसी भी आकार एक ऐसे खगोलीय पिंड से है जो ग्रहों की परिक्रमा करता हो ना कि सूरज की. बुध और शुक्र ही ऐसे दो ग्रह हैं जिनके पास कोई चंद्रमा नहीं है. बृहस्पति के 79 चंद्रमाओं में से अभी 26 के नाम रखे जाने बाकी हैं. इनमें 9 चांद हाल ही में ढूंढे गए 10 चांदों में से हैं.

एनआर/ओएसजे(रॉयटर्स)

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