बेशक, कराची में हमला भारत ने कराया: इमरान खान
१ जुलाई २०२०पाकिस्तानी संसद में दिए एक भाषण में इमरान खान ने कहा, "हमें कोई संदेह नहीं है कि इस हमले के पीछे भारत है." उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान को अस्थिर करने के इरादे से भारत ने यह हमला कराया है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के समय में कम से कम चार आतंकवादी हमलों को नाकाम किया है. उनके मुताबिक, "हमारी एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं और हम पूरी तरह तैयार थे."
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि हमलावर हथियारों से लैस थे और वे लोगों को बंधक बनाकर मुंबई जैसा हमला कराची में भी करना चाहते थे. भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में 2008 में हुए हमले में 160 लोग मारे गए थे. भारत कहता है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई और वहां समुद्री रास्ते से आए आतंकवादियों ने इसे अंजाम दिया.
बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) नाम के एक अलगाववादी संगठन ने कराची में सोमवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तान में इस गुट पर 2006 से प्रतिबंध है और पिछले साल जुलाई में अमेरिका ने भी इसे एक वैश्विक आतंकवादी गुट घोषित किया. बीएलए का कहना है कि वह "पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था" और बलूचिस्तान में "चीन के आर्थिक हितों" को निशाना बना रहा है.
चीन पाकिस्तान में 50 अरब डॉलर की लागत से चीन-पाकिस्तान आर्थिक कोरिडोर बना रहा है. लेकिन बलूचिस्तान के कई संगठन इसे अपने स्थानीय संसाधनों की लूट के तौर पर देखते हैं. वहां दशकों से अलगाववादी आंदोलन चल रहे हैं.
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आजादी के बाद ही भारत और पाकिस्तान के रिश्ते उथल पुथल का शिकार रहे हैं. लेकिन पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के भारत सरकार के कदम के बाद तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है.
भारत जिस तरह पाकिस्तान को सीमापार से आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार बताता है, ऐसे ही आरोप पाकिस्तान भी भारत पर लगाता है. खास तौर से पाकिस्तान का कहना है कि भारत बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादी आंदोलन और अन्य गुटों की फंडिंग कर रहा है. भारत ऐसे आरोप को नकारता है.
कराची हमले पर इमरान खान के आरोप के बाद भारत की तरफ से कोई सीधी प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है. लेकिन सोमवार को हमले के बाद जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत पर "पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल" होने का आरोप लगाया, तो भारत ने इसे "बेतुकी टिप्पणियां" करार दिया. भारतीय विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान अपनी घरेलू समस्याओं के लिए भारत को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता.
पाकिस्तान में इमरान खान के लिए कोरोना महामारी से पैदा स्थिति और खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को संभालना मुश्किल हो रहा है और इसे लेकर उनकी खूब आलोचना भी हो रही है. क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान को पिछले दिनों उस वक्त भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना झेलनी पड़ी जब उन्होंने अपने देश की संसद में दिए एक भाषण में ओसामा बिन लादेन को "शहीद" बता दिया. इमरान खान के विरोधी उन पर चरमपंथियों से सहानुभूति रखने का आरोप लगाते है. कई आलोचक तो उन्हें "तालिबान खान" तक कहते हैं.
एके/सीए (डीपीए, एएफपी)
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