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बैर्लुस्कोनी ने मुकदमे से पहले दिखाई ताकत

६ अप्रैल २०११

इटली की संसद के निचले सदन ने प्रधानमंत्री सिल्वियो बैर्लुस्कोनी की सत्ताधारी पार्टी के प्रस्ताव को पास कर दिया है. इस प्रस्ताव में बैर्लुस्कोनी पर तथाकथित सेक्स ट्रायल चलाने से रोकने की बात कही गई थी.

तस्वीर: AP

निचले सदन चैंबर ऑफ डिप्यूटीज ने प्रस्ताव को 302 के मुकाबले 314 वोटों से पारित किया. बुधवार को बैर्लुस्कोनी के खिलाफ मुकदमा शुरू होना है. सत्ताधारी दक्षिणपंथी पार्टी ने अपने प्रस्ताव में देश की संघीय अदालत से जजों से मुकदमा चलाने का अधिकार छीनने की बात कही.

बैर्लुस्कोनी का विरोधतस्वीर: dapd

इस मुकदमे में 74 वर्षीय प्रधानमंत्री पर मोरक्को की एक डांसर करीमा अल माहरूश को सेक्स के बदले पैसे देने का आरोप लगाया गया है. यह घटना 2010 की है जब माहरूश की उम्र 17 साल थी. इटली के कानून के मुताबिक माहरुश नाबालिग थीं इसलिए वह सेक्स वर्कर के तौर पर तब काम नहीं कर सकती थीं.

ताकत का अहसास

बैर्लुस्कोनी पर अपने पद का गलत इस्तेमाल करने के भी आरोप लगाए गए हैं. माहरुश को पुलिस ने चोरी एक मामले में शक के आधार पर गिरफ्तार किया था लेकिन आरोप है कि बैर्लुस्कोनी ने अपने प्रभाव से माहरुश को छुड़ा लिया.

संसद ने प्रस्ताव तो पारित कर दिया है लेकिन मुकदमा फिर भी शुरू हो सकता है. क्योंकि संघीय अदालत चाहे तो अपनी कार्रवाई को महीनों तक खींच सकती है. लेकिन मंगलवार को पारित हुआ प्रस्ताव प्रधानमंत्री बैर्लुस्कोनी के लिए रणनीतिक जीत है क्योंकि पिछले साल उनकी पीपल फ्रीडम पार्टी टूट गई थी जिसके बाद संसद में उनकी ताकत कम हो गई थी.

आमतौर पर संसद में न आने वाले मंत्रियों और उपमंत्रियों ने भी मंगलवार को पूरी ताकत के साथ प्रस्ताव के लिए वोटिंग में हिस्सा लिया. हालांकि विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि संसद न्यायपालिका के काम में टांग अड़ा रही है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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