बोइंग के सपनों के विमान की पहली उड़ान
१५ दिसम्बर २००९लेकिन अब जाकर परीक्षण उड़ान से उसने राहत की सांस ली है. बोइंग को यकीन है कि ये विमान दुनिया का सबसे ईंधन बचाऊ विमान होगा.
दुनिया भर से इसकी ख़रीद के लिए अभी तक 840 ऑर्डर आए हैं. लेकिन देरी की वजह से इनमें से कुछ रद्द भी हो गए हैं.
इस विमान की ख़ासियत है इसका लाइटवेट डिज़ाइन. कार्बन और टाइटेनियम से बने होने की वजह से ईंधन की ख़पत कम होगी और रखरखाव की कीमतों में भी कमी लाई जा सकेगी.
परीक्षण उड़ान में ये देखने की कोशिश की गई है कि ये सामान्य परिस्थितियों में उसी तरह से उड़ान भरे जैसा कि इससे चाहा गया है.
ये लंबी दूरी तक बिना ईंधन भरे उड़ान भर सकता है. अधिकारियों का कहना है कि कमर्शियल विमानन में इस विमान के प्रवेश से एविएशन उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव आएगा. अधिकारियों का कहना है कि इससे उड़ान की समस्त बेसिक्स बदल जाने वाली हैं क्योंकि इसमें ऐसे उपकरण लगे हैं जो उड़ान को एक नया अनुभव देंगें.
बोईंग की टक्कर वाली एयरबस भी ऐसा ही कम ईंधन खपत और लाइट वेट वाला विमान लाने की तैयारी कर रही है.
बोइंग इस साल के अंत तक अपना पहला विमान जापान की विमान कंपनी निप्पन एयरलाइंस को सौंपेंगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस जोशी
संपाद: उ भ