ब्रिटेन ईयू से बाहर, अब आगे की तैयारी
३१ जनवरी २०२०![Brexit | Großbritannien verlässt die EU](https://static.dw.com/image/52220815_800.webp)
टेलिग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री जॉनसन अपने भाषण में यूरोपीय नियमों के साथ अपने देश को आजाद करने की घोषणा करेंगे. इसके लिए वे व्यापारिक बाधाओं और कस्टम ड्यूटी को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. ब्रिटेन की सरकार की संप्रभुता बाधाहीन व्यापार से ज्यादा महत्वपूर्ण है. एक सरकारी प्रवक्ता ने जॉनसन के इस मौके पर भाषण देने की योजना की पुष्टि की है लेकिन कोई समय नहीं बताया है.
यूरोपीय संघ की ओर से ईयू के मुख्य वार्ताकार मिशेल बार्निये भी बताएंगे कि ब्रिटेन के साथ बातचीत में उनका लक्ष्य क्या होगा. हालांकि उनके लक्ष्यों को यूरोपीय संघ के बाकी बचे 27 देश तय करेंगे. ब्रेक्जिट के बाद यूरोपीय संघ में जर्मन फ्रेंच धुरी का महत्व बढ़ा जाएगा. जर्मनी इस साल की दूसरी छमाही में यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा. इस दौरान उसकी सबसे बड़ी चुनौती संघ के सदस्यों को एक साथ रखना होगी. जर्मन सरकार के प्रवक्ता श्टेफेन जाइबर्ट ने कहा है कि ब्रेक्जिट यूरोपीय संघ के लिए चेतावनी है.
यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला फॉन डेय लाएन ने डॉयचे वेले के साथ इंटरव्यू में आज के दिन को भावनात्मक दिन बताया है. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ ब्रिटेन के साथ सख्त, निष्पक्ष और तेज वार्ता करेगा. चूंकि वह तीसरा देश बनना चाहता था, हमें यह पता करना होगा कि वह साझा बाजार के कितना करीब रहना चाहता है. बातचीत के समय पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सख्त रवैए के सिलसिले में आयोग प्रमुख ने कहा कि यदि साल के अंत में बिना समझौते वाला ब्रेक्जिट होता है तो फिर ऐसा ही होगा.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने ब्रेक्जिट को ऐतिहासिक चेतावनी और दुखद दिन बताया है. राष्ट्र के नाम एक संदेश में माक्रों ने यूरोपीय संघ में और सुधारों की मांग की और कहा कि अब तक यूरोप को पर्याप्त रूप से बदलने में कामयाबी नहीं मिली है. उन्होंने ब्रिटेन के साथ भावी संबंधों को महात्वाकांक्षी बनाने की मांग की, लेकिन साथ ही गैर सदस्य ब्रिटेन को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई एक साथ संघ के अंदर और बाहर नहीं रह सकता.
यूरोपीय संघ की सदस्यता छोड़ने के मौके पर ब्रिटेन पूरी तरह बंटा हुआ है. ईयू में रहने और उसे छोड़ने के समर्थक ना सिर्फ बंटे हुए हैं, वे एक दूसरे से समझौता करने को भी तैयार नहीं हैं. पचास साल की सदस्यता के बाद यूरोपीय संघ में ब्रिटेन का आखिरी दिन अफसोस, आक्रोश और दुर्भावना से भरा रहा. लंदन में सरकारी मुख्यालय पर दोनों पक्षों ने प्रदर्शन किया. ब्रसेल्स और दूसरी राजधानियों में विदाई के मौके पर बहुत सारी उदासी दिखी को दोनों पक्षों के राजनीतिज्ञों ने भविष्य के लिए मौकों की बात की.
यूरोपीय संघ की सदस्यता औपचारिक रूप से छोड़ने के साथ ही ब्रिटेन एक संक्रमण काल में प्रवेश कर रहा है जिसके दौरान ब्रिटेन यूरोपीय संघ के कस्टम यूनियन का सदस्य बना रहेगा. इस साल 31 दिसंबर तक ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के भावी रिश्ते तय किए जाएंगे. यूरोपीय संघ के अधिकारियों का कहना है कि ये समय मुक्त व्यापार बातचीत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है लेकिन जॉनसन ने इसके लिए यही अवधि तय की है.
एमजे/एनआर (डीपीए, रॉयटर्स)
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