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ब्रिटेन की संसद में आज कैमरन की परीक्षा

२३ अक्टूबर २०११

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को सोमवार को संसद में अपनी पहली बड़ी परीक्षा से गुजरना होगा. वहां के बहुत से सांसद इस मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की मांग कर रहे हैं कि ब्रिटेन को यूरोपीय संघ में रहना चाहिए या नहीं.

तस्वीर: dapd

जनमत संग्रह के मुद्दे पर सोमवार को संसद में वोटिंग होगी. कन्जर्वेटिव पार्टी के नेता कैमरन इस जनमत संग्रह के खिलाफ हैं. लेकिन उनकी पार्टी के ही बहुत से नेता बागी हो चुके हैं. यह मुद्दा सालों से इस दक्षिणपंथी पार्टी की दरार रहा है. और सोमवार को इस दरार की गहराई और चौड़ाई नापने की ही कवायद होगी.

रक्षा मंत्री फिलिप हैमंड ने कहा है कि बागियों की नकेल कसने के लिए कैमरन सख्त वोटिंग नियमों का पालन करेंगे जिसमें थ्री लाइन व्हिप शामिल है. इसके हिसाब से अगर कोई सांसद निर्देशों का उल्लंघन करता है तो उसे पार्टी से निकाला जा सकता है. हैमंड ने कहा, "ब्रिटेन की यूरोपीय संघ की सदस्यता पर जनमत संग्रह सरकार की नीति में शामिल नहीं है. संसद में लाया गया प्रस्ताव नीतियों का विरोधी है इसलिए थ्री लाइन व्हिप जारी किया गया है."

तस्वीर: dapd

कैमरन के समर्थन कहते हैं कि संसद में सोमवार को वोटिंग करवा के विद्रोही और विरोधी दल बड़ा खतरा ले रहे हैं. उनके मुताबिक इस वक्त ब्रिटेन को वित्तीय संकट से जूझ रहे यूरोपीय संघ की मदद करनी चाहिए कि ना कि सदस्यता पर बहस करनी चाहिए.

इस वोटिंग की कोई कानूनी अहमियत नहीं है लेकिन कैमरन के लिए यह एक बड़ी परीक्षा है जिसे वह हर हाल में पास करना चाहते हैं.

सही वक्त नहीं

यूरोप की आर्थिक समस्याओं को देखते हुए कैमरन मंत्रीमंडल कह चुका है कि यह वक्त सदस्यता पर चर्चा करने का नहीं है. इसी बहस ने पूर्व प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर और जॉन मेजर की सरकारों को मुश्किल में डाला था. हैमंड ने कहा, "इस वक्त सबसे अहम मुद्दा है यूरोजोन का संकट. इस संकट की वजह से ब्रिटेन का निवेश, रोजगार और विकास खतरे में है."

यूं तो यूरोपीय संघ की सदस्यता को लेकर ब्रिटेन में अक्सर बहस होती रही है लेकिन हाल के दिनों में यह मुद्दा दोबारा गर्मा गया है क्योंकि धुर दक्षिणपंथी ताकतें यूरोजोन के संकट का फायदा उठाकर अपनी इस मांग को मनवाने की कोशिशों में लगी हैं. कैमरन का कहना है कि यूरोपीय संघ के साथ रहना ब्रिटेन के हक में है क्योंकि उसे भी बाजार तक पहुंच चाहिए. पिछले सालभर से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था भी डांवाडोल है. बेरोजगारी बढ़ रही है और आम लोग महंगाई की मार से जूझ रहे हैं.

तस्वीर: AP

जीत तो तय है

संभावना है कि सोमवार को कन्जर्वेटिव पार्टी के 300 से ज्यादा सांसदों में से लगभग 70 कैमरन के खिलाफ वोट डालेंगे. हालांकि लिबरल डेमोक्रेट्स और मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी अपने सांसदों को कैमरन के हक में वोट डालने को कहेंगी. लेबर पार्टी के प्रवक्ता जिम मर्फी ने कहा, "हम मौकापरस्ती नहीं करेंगे. हम वही करेंगे जो ब्रिटेन के लिए उचित है. हम कैमरन को पूरी गारंटी देते हैं कि हम उनके अपने साथियों से उनकी रक्षा करेंगे."

मेल अखबार ने रविवार को एक सर्वे कराया जिसमें 61 फीसदी लोगों ने कहा कि वे जनमत संग्रह के पक्ष में हैं. आधे से ज्यादा लोग चाहते हैं कि ब्रिटेन सदस्यता की शर्तों पर यूरोपीय संघ के साथ मोलभाव करे. लेकिन यूरोपीय संघ को छोड़ने की बात सिर्फ 34 फीसदी लोगों ने कही है. 44 फीसदी लोग यूरोपीय संघ के साथ रहना चाहते हैं जबकि 22 फीसदी लोगों की इस पर कोई राय नहीं है.

रिपोर्टः एएफपी/रॉयटर्स/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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