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सड़कों पर ड्राइवरलेस कारें

१२ फ़रवरी २०१५

ब्रिटेन ने बिना ड्राइवर वाली कारों को सड़क पर उतरने की अनुमति दे दी है. सरकार को उम्मीद है कि बिना ड्राइवर वाली कारों से सड़क दुर्घटनाओं में भारी कमी आएगी. ब्रिटेन में 93 फीसदी सड़क हादसे इंसानी गलती से होते हैं.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

ब्रिटेन की परिवहन मंत्री क्लेयर पेरी ने ड्राइवर रहित कारों के रोड टेस्ट की अनुमति देते हुए कहा, "हम आधिकारिक रूप से सेमी ऑटोमैटिक वाहनों के चार परीक्षणों की शुरुआत कर रहे हैं, यह ड्राइवर रहित तकनीक के रास्ते में पहला कदम है."

पेरी को उम्मीद है कि ड्राइवर रहित कारें सड़क हादसों को भी कम करेंगी, "ये सड़क सुरक्षा के लिए बहुत अच्छा है. फिलहाल 93 फीसदी दुर्घटनाएं ड्राइवर की गलती से होती है. यह संभावना भी है कि इससे लोगों को ज्यादा समय मिलेगा, हमें दिन में अतिरिक्त समय मिलेगा. इससे सड़क की क्षमता का बेहतर इस्तेमाल करने का मौका भी मिलेगा."

ड्राइवर रहित कारें अगली गर्मियों में लंदन ग्रीनविच जिले में टेस्ट की जाएंगी. इसके बाद इन्हें सेंट्रल इंग्लैंड में भी उतारा जाएगा. बैटरी से चलने वाली ये कारें एक बार में 64 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेंगी. टेस्ट के दौरान रफ्तार करीब 23 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी.

गूगल की ड्राइवरलेस कारतस्वीर: Reuters

ब्रिटेन यूरोप का तीसरा बड़ा कार निर्माता देश है. सरकार को उम्मीद है कि ड्राइवर रहित कारों के मामले में वह शुरुआत से ही बढ़त बना सकता है. अमेरिका में दिग्गज अमेरिकी इंटरनेट कंपनी गूगल भी ड्राइवर रहित कारों का परीक्षण कर रही है. बाजार विश्लेषकों का अनु्मान है कि ड्राइवर रहित कारों का बाजार 2025 तक 900 अरब पाउंड का होगा और इसमें रोजगार पैदा करने की भी क्षमता होगी.

लेकिन एक सर्वे के मुताबिक ब्रिटेन के ज्यादातर लोग ड्राइवर रहित कारों को लेकर शंका में है. ड्राइवर रहित कारें आम कारों की तुलना में महंगी हैं. ब्रिटेन के आधे लोग ऐसी कारों के लिए पैसा खर्च नहीं करना चाहते. 16 फीसदी तो इन कारों को पूरी तरह नकार रहे हैं.

ओएसजे/आईबी (एएफपी)

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