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ब्रिटेन में नौकरी नहीं कर सकेंगे भारतीय छात्र

६ अप्रैल २०१२

लाखों की फीस चुका कर ब्रिटेन में पढ़ने वाले भारतीय और गैर यूरोपीय छात्रों को बड़ा झटका लगा है. छह अप्रैल 2012 के बाद विदेशी छात्र ब्रिटेन में पढ़ाई करने के बाद नौकरी नहीं कर सकेंगे. सरकार के फैसले का विरोध शुरू.

तस्वीर: Fotolia/Sebastian Hensel

ब्रिटेन में शुक्रवार से "टीयर 1 रूट" बंद कर दिया जाएगा. टीयर 1 योजना के तहत भारतीय और गैर यूरोपीय छात्रों को ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी की पढ़ाई पूरी करने के बाद दो साल तक नौकरी करने की अनुमति थी. लेकिन अब उन्हें डिग्री लेने के बाद देश लौटना होगा. यह कदम कैमरन सरकार के देश में प्रवासन रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों में से एक है.

भारतीय छात्रों में ब्रिटेन काफी लोकप्रिय रहा है. ब्रिटेन में डिग्री लेने के बाद दो साल तक यहां नौकरी कर छात्र पढ़ाई पर हुए खर्चे को भी पूरा कर लेते थे और अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी मिल जाया करता था. लेकिन नई योजना के बाद से ब्रिटेन में दाखिला लेने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में कमी आने के संकेत हैं.

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ब्रिटेन में सिंतबर 2012 से नए कोर्सों में दाखिला होना है. लेकिन छात्रों की संख्या में भारी गिरावट आना तय है. इसका असर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. विदेशी छात्र हर साल ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में 14 अरब पाउंड का योगदान देते हैं. ब्रिटेन की यूनिवर्सिटियां और ब्रिटिश काउंसिल ने सरकार के फैसले का विरोध शुरू कर दिया है.

मामला लेकिन राजनीतिक है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन पिछले साल वादा कर चुके थे कि वह विदेशी कामगारों की संख्या में सख्त नियम बनाकर कमी लाएंगे. यह वादा उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के सम्मलेन में किया था.

ओएस एएम (पीटीआई)

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