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ब्रिटेन में मतदान, त्रिकोणीय संघर्ष

६ मई २०१०

कांटे की टक्कर वाले संसदीय चुनावों में ब्रिटेन में मतदान हो रहा है. मतदान पूर्व सर्वेक्षणों में कंजरवेटिव पार्टी को सत्ताधारी लेबर पर बढ़त मिलती दिखाई गई है लेकिन संकेत हैं कि कंज़रवेटिव अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी.

देश भर में 649 संसदीय सीटों पर मतदान हो रहा है. एक सीट पर प्रत्याशी की मौत के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया है. माना जा रहा है कि एक तिहाई सीटों पर नतीजा किसी भी ओर जा सकता है. चार हफ़्तों तक जमकर चुनाव प्रचार हुआ और ऐसे में वोट प्रतिशत ऊपर रहने की उम्मीद है. अब तक हुए मतदान के हिसाब से क़रीब 70 फ़ीसदी तक मतदान हो सकता है.

गॉर्डन ब्राउनतस्वीर: AP

पोलिंग स्टेशन देश भर में स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे से रात दस बजे तक खुले रहेंगे. ब्रिटेन में क़रीब साढ़े चार करोड़ मतदाता हैं. चुनाव नतीजे देर रात से मिलने शुरू हो जाएंगे.

प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन की कुर्सी ख़तरे में नज़र आ रही है. ब्राउन ने स्कॉटलैंड में अपनी पत्नी साराह के साथ मताधिकार का इस्तेमाल किया. चुनाव अधिकारियों को अभिवादन करते हुए ब्राउन के चेहरे पर मुस्कान ज़रूर झलकी लेकिन उनके मन में उठ रहे तूफ़ानों का अंदाज़ लगा पाना मुश्किल नहीं है. 1997 में ब्रिटेन में सत्ता पर क़ाबिज़ लेबर पार्टी इस हफ़्ते तीसरे स्थान पर ख़िसकती नज़र आई जिसके चलते पार्टी के कमज़ोर होने की आशंका जताई जा रही है.

डेविड कैमेरनतस्वीर: AP

उम्मीदों और वादों के रथ पर सवार विपक्षी कंज़रवेटिव पार्टी के नेता डेविड कैमेरन ने अपनी पत्नी सामंथा के साथ ऑक्सफ़र्डशायर में वोट डाला जबकि लिबरल डेमोक्रेट नेता निक क्लेग ने शेफ़ील्ड में मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान के दिन यूके इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआईपी) के नेता नाइजेल फ़ैरेज़ एयरक्राफ़्ट दुर्घटना के शिकार हो गए. नाइजेल फ़ैरेज़ इस दुर्घटना में बाल बाल बचे हैं और उन्हें सिर पर मामूली चोट आई है. एयरक्राफ़्ट पर यूकेआईपी के लिए वोट करने की अपील करता एक बैनर लगा था जिसमें फंसकर ही यह दुर्घटना हुई.

ब्रिटेन के राष्ट्रीय अख़बारों में कई सर्वेक्षेण छपे हैं और सभी में डेविड कैमेरन के नेतृत्व वाली कंज़रवेटिव पार्टी को लेबर पर हावी होते दिखा गया है. लेकिन सभी सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि कैमेरन अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएंगे और उन्हें सहयोग के लिए लिबरल डेमोक्रेट पर निर्भर रहना पड़ सकता है.

आंकड़ों के मुताबिक़ कंज़रवेटिव पार्टी को कुल मतों में से 35 से 37 फ़ीसदी वोट मिल सकते हैं जबकि सत्ताधारी लेबर पार्टी को 27 से 29 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है. लिबरल डेमोक्रेट 26 से 28 फ़ीसदी मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहेंगे. यानी ब्रिटेन में त्रिशंकु संसद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और सरकार बनाने की चाबी लिबरल डेमोक्रेट के हाथ में हो सकती है.

लिबरल डेमोक्रेट पार्टी के 43 साल के नेता निक क्लेग ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को काफ़ी प्रभावित किया है और क़रीब 20 फ़ीसदी लोगों ने सर्वे में कहा है कि टीवी पर तीनों नेताओं की बहस के बाद उन्होंने अपनी राय बदली. लेकिन ब्रिटेन में चुनाव इतिहास को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा

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