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ब्लैक बॉक्स से राज खुलने का इंतजार

२४ मई २०१०

मैंगलोर में दुर्घटना का शिकार हुए एयर एंडिया विमान के मलबे से जांचकर्ताओं को कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद हो गया है. इस ब्लैक बॉक्स से हादसे के कारणों से पर्दा उठने की उम्मीद. फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर की तलाश अब भी चल रही है.

हादसे के बाद का मलबातस्वीर: AP

भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वॉयस रिकॉर्डर को आग की वजह से नुकसान पहुंचा है लेकिन उम्मीद है कि इससे वह जानकारी मिल सकेगी जिसकी वे उम्मीद कर रहे हैं. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और डिजीटल फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (डीएफडीआर) को ब्लैक बॉक्स के नाम से जाना जाता है.

सीवीआर रेडियो तरंगों और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के साथ पायलट की बातचीत को रिकॉर्ड करता है तो डीएफडीआर उड़ान के बारे में जानकारी जुटाता है. जैसे कि विमान कितनी ऊंचाई पर उड़ रहा है, हवा की गति क्या है, किस दिशा में विमान जा रहा है. इन उपकरणों को अब दिल्ली लाया जाएगा और हवाई सुरक्षा निदेशालय इनकी जांच करेगा.

तस्वीर: AP

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में विमान के कॉकपिट में हुई बातचीत और अन्य तकनीकी जानकारी होती हैं. इसमें हमेशा दो घंटे की बातचीत रिकॉर्ड रहती है. यानी दुर्घटना के बाद आखिरी के दो घंटों की बातचीत का ब्योरा इसमें होगा. किसी भी दुर्घटना के बाद इन्हीं उपकरणों के जरिए यह पता लगाने की कोशिश होती है कि दुर्घटना से ठीक पहले विमान में क्या स्थिति थी और पायलट ने आखिरी क्षणों में विमान को कैसे बचाने की कोशिश की.

फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर की तलाश अब भी की जा रही है. हालांकि एयरलाइन अधिकारियों ने पहले डाटा रिकॉर्डर मिलने का भी दावा किया था. शुरुआती जांच से संकेत मिले हैं कि पायलट ने लैंडिंग करते समय क्रैश से कुछ ही सेकेंड पहले विमान को फिर से उड़ाने की कोशिश की थी. नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि इस घटना का कारण मानवीय चूक भी हो सकती है. लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए.

तस्वीर: AP

दुर्घटना की जांच भी शुरू हो गई है और प्रभावित इलाके को घेर दिया गया है. हवाई पट्टी पर उतरा विमान जब रुक नहीं पाया और आगे जाकर दुर्घटना का शिकार हुआ तो स्थानीय लोगों ने ही वहां पहुंच कर मदद में हाथ बंटाया.

एयर इंडिया के चेयरमैन अरविंद जाधव ने मैंगलोर में बताया कि 158 शवों को बरामद कर लिया गया है. लेकिन 12 की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा, "मैंने अस्पताल जाकर इस हादसे में बचे लोगों से मुलाकात की है. जिन लोगों ने इस हादसे में अपने परिवारजनों को खोया उनके प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं." जाधव का कहना है कि पर्याप्त आराम के बाद ही पायलट विमान उड़ाने के लिए ड्यूटी पर लौटे थे.

तस्वीर: AP

अरविंद जाधव ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये के अंतरिम मुआवजे की घोषणा की है. दुर्घटना में मारे गए बच्चों के परिवारजनों को 5 लाख रुपये मिलेंगे जबकि घायलों को दो लाख रुपये मुआवजा दिया जा रहा है.

जाधव के मुताबिक 128 शवों की शिनाख्त कर ली गई है और उन्हें परिवार को सौंप दिया गया है. 12 की शिनाख्त अभी होनी है जबकि 18 शवों का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है. अमेरिकी विशेषज्ञ, बोइंग और हवाई सुरक्षा कंपनी केन्योन की टीम भी जांच कार्य में मदद कर रही है. हैदराबाद से पहुंची फोरेंसिक टीम शवों की डीएनए जांच कर रही है.

दुबई से मैंगलोर आ रही एयर इंडिया की आईएक्स 812 फ्लाइट शनिवार सुबह बाजपे एयरपोर्ट पर हादसे का शिकार हो गई जिसमें 158 यात्रियों की मौत हो गई और 8 लोग अपनी बमुश्किल अपनी जान बचा पाए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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