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भगदड़ कांड के एक साल बाद लव परेड

२४ जुलाई २०११

लव परेड में भगदड़ में 21 लोगों के मरने की आज पहली बरसी है. इस मौके पर डुइसबर्ग में हजारों लोग और मृतकों के परिजन एक शोक सभा का आयोजन कर रहे हैं. उसके बाद सारे शहर में गिरजों का घंटा बजने लगेगा.

2010 लव परेड में भगदड़तस्वीर: AP

शोक सभा एमएसवी स्टेडियम में होगी जिसमें नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया राज्य की मुख्यमंत्री हान्नेलोरे क्राफ्ट और उनकी लगभग पूरी कैबिनेट भाग लेगी. इसके विपरीत भारी आलोचना का शिकार हुए डुइसबुर्ग के मेयर अडोल्फ जावरलैंड समारोह में भाग नहीं लेंगे. उनके प्रवक्ता ने कहा है कि वे दोस्तों के साथ निजी प्रार्थना सभाओं में भाग लेंगे. मृतकों के परिजन जावरलैंड को शोक सभा में नहीं देखना चाहते हैं. उन पर खून में डूब गए संगीत समारोह को लाइसेंस दिए जाने के लिए राजनीतिक तौर पर जिम्मेदार माना जाता है.

टेकनो पार्टी के पहले त्रासदीतस्वीर: picture-alliance/dpa

शोक समारोह के अत्यंत भावुक होने की उम्मीद की जा रही है जिसमें प्रभावित व्यक्तियों के अलावा गिरजा के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे. एक मिनट का मौन भी रखा जाएगा. समारोह में संगीत को भी शामिल किया जाएगा.

पुलिस के अनुसार शोक समारोह कोई बड़ी समस्या नहीं होगी. डुइसबुर्ग पुलिस के प्रवक्ता का कहना है कि यह बस शोक समारोह है. पुलिस ने उम्मीद जताई है कि समारोह में भाग लेने वाले लोग कायदे कानून का पालन करेंगे. लगभग दो घंटे तक चलने वाले शोक समारोह के बाद मृतकों के परिजनों को कार्ल लेयर टनेल के पास दुर्घटना स्थल पर ले जाया जाएगा. वहां वे लोगों और मीडिया की नजरों से दूर शोक संवेदना व्यक्त कर पाएंगे.

मेयर सावरलांडतस्वीर: AP

पिछले साल डुइसबुर्ग में लव परेड के आयोजन को टेक्नो संगीत का एक अच्छा आयोजन होना था जो मौज मस्ती की वजह बनता. लेकिन उसका अंत एक बड़ी त्रासदी में हुआ. सभा स्थल को ठीक से सुरक्षित नहीं किया गया था और वहां जगह से ज्यादा लोग थे. सभास्थल को जाने-आने का रास्ता एक पतले टनल से होकर जाता था. जब भगदड़ मची तो लोगों ने सीढियों से भागने की कोशिश की लेकिन गिरकर कुचल गए. भगदड़ में 21 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई जबकि 500 से अधिक लोग घायल हुए. अब तक किसी ने दुर्घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है. स्वाभाविक रूप से अभियोक्ता कार्यालय मामले की जांच कर रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: एम गोपालकृष्णन

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