भज्जी की खिल्ली उड़ाने वाला विज्ञापन वापस
२३ जुलाई २०११भारत की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूबी ग्रुप ने विज्ञापन वापस लेते हुए एक बयान जारी किया, "एक ऐसे वक्त में जब भारतीय टीम इंग्लैंड में अहम टेस्ट सीरीज खेल रही है. कानूनी सलाह और प्रबंधन का मानना है कि विज्ञापन के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं बनता है. लेकिन डॉक्टर माल्या ने क्रिकेट के हित को देखते हुए यह फैसला किया है." विवादित विज्ञापन को वापस लेने का फैसला हरभजन सिंह के मां की तरफ से भेजे गए कानूनी नोटिस के बाद आया. भज्जी की मां अवतार कौर द्वारा भेजे गए कानूनी नोटिस का जवाब देने के लिए यूबी ग्रुप कानूनी मशविरा ले रहा है.
विज्ञापन विवाद इसी हफ्ते की शुरुआत में सामने आया. हरभजन सिंह शराब कंपनी सीग्राम्स का एक विज्ञापन कर चुके हैं. रॉयल स्टैग शराब के विज्ञापन में भज्जी के बुलंदी पर पहुंचने की कामयाबी को भुनाया गया. इसके जवाब में यूबी ग्रुप के उत्पाद मैक्डॉवेल के विज्ञापन में एक सिख युवक को भज्जी के उल्टे डायलॉग कहते हुए दिखाया गया. यूबी के विज्ञापन में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी दिखाया गया है. यूबी का एड सामने आने के बाद पहले हरभजन सिंह ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी. जवाब में यूबी ग्रुप ने कहा कि वह कानूनी कार्रवाई से नहीं डरते.
लेकिन हफ्ता खत्म होते होते माल्या की कंपनी के तेवर ढीले पड़ गए. शुक्रवार को कंपनी ने कहा, "यूबी ग्रुप और डॉक्टर माल्या क्रिकेट से महत्वपूर्ण ढंग से जुड़े हुए हैं. वह कभी किसी क्रिकेटर की उपेक्षा नहीं करेंगे. साफ तौर पर हमें जो चिट्ठी मिली है उसके पीछे भड़काऊ किस्म के हानिकारक हित हैं."
माल्या की कंपनी का कहना है कि हरभजन की मां अवतार कौर को यूबी ग्रुप के विरोधियों ने अपने हित साधने के लिए भड़काया. वैसे विज्ञापन जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि यूबी का विज्ञापन वाकई आपत्तिजनक था, इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के पर्याप्त ठोस आधार थे.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़