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भज्जी ने लिया अफरीदी को आड़े हाथ

६ अप्रैल २०११

भारतीयों को छोटे दिल का बताने वाले पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान शाहिद अफीरीदी पर भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने भी अपनी भड़ास निकाली है. वैसे अफरीदी अपने बयान से पहले ही पलट चुके हैं.

अपने शहर में हरभजन सिंहतस्वीर: APImages

टीम इंडिया के वर्ल्ड कप जीतने के बाद अपने शहर जांलधर पहुंचे हरभजन ने कहा, "अगर भारतीय बड़े दिल वाले नहीं होते तो उन्होंने इतनी तरक्की नहीं की होती." यह बात उन्होंने अफरीदी के इस बयान पर पूछे गए सवाल के जवाब में कही कि भारतीयों का दिल पाकिस्तानियों जितना बड़ा और साफ नहीं हो सकता.

भज्जी ने कहा, "मुझे लगता है कि इस बात पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं हैं. जिस प्यार और सम्मान से उनकी यहां आवभगत हुई, यह उसके बिल्कुल विपरीत है." एक टीवी इंटरव्यू में शाहिद अफरीदी ने भारतीयों और टीम इंडिया के बल्लेबाज गौतम गंभीर की आलोचना की. गंभीर ने पाकिस्तान के साथ मैच में जीत को मुंबई हमलों में मारे गए लोगों को समर्पित किया.

अफरीदी अपने बयान पर विवाद होने के बाद पल्टी भी मार गए. उन्होंने कहा कि उनकी बात को संदर्भ से अलग पेश किया गया है. पाकिस्तानी कप्तान के मुताबिक, "मीडिया तिल का ताड़ बनाता है. यह शर्मनाक है. मैंने तो अपनी तरफ से हमेशा भारत-पाक रिश्तों को सुधारने की कोशिश की है. लेकिन कभी आप कहते कुछ हैं और उसका मतलब कुछ और निकाला जाता है. मेरी बात तो गलत तरीके से पेश किया गया."

मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले को याद करते हुए हरभजन ने कहा कि बेहद तनाव वाले इस मैच के बाद खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली लेकिन उनमें जीत का अहसास भी था. उन्होंने माना कि अपने करियर में पहली बार वह तनाव में थे क्योंकि मैच भारत के चिरपरिचित प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से जो होना था. लेकिन भारत ने 29 रन से मैच जीत कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की.

फाइनल में श्रीलंका से मुकाबले के पहले के हालात को भी भज्जी ने बयान किया. वह बताते हैं, "सचिन जल्दी ही उठ गए थे. वह कुर्सी पर बैठे दुआ कर रहे थे. वीरू का भी यही हाल था. लेकिन जब धोनी ने वह छक्का लगाया तो हम एक दूसरे से लिपट गए और हमारी आंखों आंसू थे. समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें." कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने फाइनल में छक्का लगाकर श्रीलंका पर छह विकेट से जीत दर्ज की और इस तरह 28 साल बाद भारत को वर्ल्ड कप मिला.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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