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भारतीयों का दिल हमारे जितना बड़ा नहीं: अफरीदी

४ अप्रैल २०११

भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने अपने बयान से बेशुमार भारतीयों को दिल जीत लिया. पर अब वह कह रहे हैं कि भारतीयों का दिल पाकिस्तानियों जितना बड़ा नहीं है.

तस्वीर: picture alliance/dpa

अफरीदी ने भारतीय मीडिया पर भी नकारात्मक रुख अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का मीडिया भारत से सैंकड़ों गुना बेहतर रहा. उनके मुताबिक, "मेरी राय में उनका दिल मुसलमानों और पाकिस्तानियों का जितना बड़ा नहीं हो सकता. मुझे नहीं लगता कि उनके पास इतना साफ और बड़ा दिल है जितना अल्लाह ने हमें दिया." यह बात उन्होंने एक टीवी चैनल पर दोनों देशों के रिश्तों पर पूछे गए सवाल के जवाब में कही.

पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, "उनके (भारतीयों के) साथ रहना या लंबे समय तक रिश्ते कायम रखना बहुत मुश्किल है. बातचीत से कुछ नहीं निकलेगा. आप देखिए पिछले 60 साल में हमने कितनी बार दोस्ती की है और कितनी बार गड़बड़ियां हुई हैं." जब अफरीदी ये बातें कह रहे थे जो स्टूडियो में आए लोग तालियां बजा कर उन्हें सराह रहे थे.

भारतीय मीडिया पर भी नाराज अफरीदीतस्वीर: AP

अफरीदी ने कहा, "हम लड़ना नहीं चाहते हैं लेकिन एक तीसरा देश है जो हमारे रिश्ते खराब करने की कोशिश कर रहा है. उस देश को हर कोई जानता है. यह देश पाकिस्तान और भारत दोनों से फायदा उठाना चाहता है. मैं इस बारे में ज्यादा नहीं कहूंगा लेकिन ये लोग हमें एक नहीं होने देंगे."

जब अफरीदी से भारतीय मीडिया में पाकिस्तानी टीम की कवरेज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "भारतीय मीडिया का रुख बहुत ही नकारात्मक रहा. हो सकता है कि लोग ऐसे न हो लेकिन मीडिया रिश्तों को खराब करने में बहुत गंदा रोल अदा कर रहा है. हमारे मीडिया की भले ही लोग आलोचना करें लेकिन वह भारतीय मीडिया से सैंकड़ों गुना बेहतर है."

सेमीफाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया. इस मैच को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक साथ बैठक कर देखा.

अफरीदी ने पाकिस्तानी गृह मंत्री रहमान मलिक की भी आलोचना की जिन्होंने मैच से पहले पाकिस्तान खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग में शामिल होने की चेतावनी दी. पाकिस्तानी कप्तान ने अपनी टीम पर भारत की जीत को मुंबई हमले में मारे लोगों को समर्पित करने के लिए गौतम गंभीर पर भी निशाना साधा. वह कहते हैं, "मुझे लगता है कि रहमान मलिक और गौतम गंभीर, दोनों के बयान ही मूर्खतापूर्ण थे. गौतम से मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी. यह तो राजनीति है. आपको क्या पता किसने बंबई में हमले कराए." मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए जिनके पीछे पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया जाता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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