भारतीय आईटी में एक लाख नौकरियां
१५ फ़रवरी २०१०भारत की अलग अलग आईटी कंपनियों की योजना पर नज़र डालने के बाद पता चलता है कि इन जगहों पर लगभग 98,000 नए लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं. वित्तीय मंदी की वजह से 2009 में सभी कंपनियों ने नौकरियों पर ताला जड़ दिया था और यहां तक कि कुछ लोगों को काम से निकाला भी गया था. लेकिन 2010 इन कंपनियों और यहां काम करने वाले लोगों के लिए अच्छी ख़बर लेकर आया है.
जानकारों की मानें तो आईटी इंडस्ट्री अच्छा कर रही है और विदेशों में भी आउटसोर्सिंग की मांग फिर से बढ़ने लगी है. इन्हीं वजहों से भारत में नौकरियों का रास्ता खुला है. कई प्रोजेक्ट पूरे होने की कगार पर पहुंच गए हैं और आईटी के अच्छे दिन भी लौट आए हैं.
पिछले ही दिनों भारत की सबसे बड़ी सॉफ़्टवेयर एक्सपोर्टर टाटा की टीसीएस ने एलान किया था कि वह 30000 लोगों को नौकरी देने जा रही है, जबकि इंफ़ोसिस भी इस साल 16000 लोगों को नौकरी देने की घोषणा कर चुका है.
जिन बड़ी कंपनियों ने नौकरियों का वादा किया है, उनमें बीपीओ की बड़ी कंपनी जेनपैक्ट ने 10,000, आईबीएम ने 5000 ऐक्सेनचर ने 8000 और दूसरी कंपनियों ने भी इस तरह का एलान किया है. बताया जाता है कि इस साल आईटी उद्योग में 19-20 फ़ीसदी विकास हो सकता है.
नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट चलाने वाली कंपनी इंफ़ोएज ने बताया कि पिछले साल के आख़िर में ही इस तरह का माहौल बनने लगा था और अब तो सभी कंपनियां खुल कर नई नौकरियों की बात कर रही हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल