भारतीय की हत्या के मामले में दो ऑस्ट्रेलियाई गिरफ़्तार
२८ जनवरी २०१०दिसंबर में न्यू साउथ वेल्स में एक भारतीय की हत्या के मामले में ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने एक दंपति को गिरफ़्तार किया है. दिसंबर के महीने में एक भारतीय युवक रणजोध सिंह का अधजला शव ग्रिफ़िथ में सड़क किनारे गड़ा हुआ मिला था. उसे हत्या के तीन दिन पहले ग्रिफ़िथ की सड़कों पर देखा गया था. रणजोध उन दिनों वागा वागा में रहने लगा था लेकिन वह ग्रिफ़िथ में एक खेत में दूसरे भारतीयों के साथ काम करता था और उन्हीं के साथ अपार्टटमेंट में रहता था.रणजोध सिंह के एक दोस्त ने ऑस्ट्रेलिया में उसे नौकरी पर रखा था.
पुलिस ने 23 साल के पुरुष और 20 साल की उसकी पत्नी को इस हत्या में शामिल होने के संदेह में पकड़ा है.
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि समझा जाता है कि सिंह हत्या के एक दिन पहले कुछ दोस्तों के साथ इगल बॉयज़ नाम के रेस्तरॉं में पित्ज़ा खाने के लिए मिला था. जिसके बाद वह पास के फ्लैट में पार्टी के लिए गया. जहां बाद में तनाव और झगड़ा हुआ बताया जाता है लेकिन झगड़े में कौन शामिल था इस बारे में ख़बर नहीं है.पुलिस ने हत्या के कारणों के बारे में जानकारी नहीं दी है. हालांकि बताया जाता है कि जांचकर्ताओं ने गिरफ़्तार संदिग्ध दंपति से काफ़ी पूछताछ की क्योंकि वह रणजोध सिंह को अच्छे से जानते थे और उसके साथ फ़ार्म में काम करते थे.
सहआयुक्त मार्क मर्डॉक ने नस्लवादी हमले की आशंका को पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया है. लेकिन जानकारी दी कि "जिन दोनो को सुबह गिरफ़्तार किया गया है और सिंह यह एक दूसरे को जानते थे."
पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार दंपति पर हत्या के आरोप लगाए जा सकते हैं. पुलिस रेड फ़ोर्ड फ़ाल्कन के ड्राइवर से भी पूछताछ करने वाली है जिसे 29 दिसंबर को सुबह तीन बजे ग्रिफ़िथ के कार वॉश सेंटर पर देखा गया था.
उधर ऑस्ट्रेलिया में दो अलग अलग घटनाओं में चार और भारतीयों पर हमले के समाचार हैं. स्काई न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया कि जिन चार भारतीयों पर हमला किया गया उसमें से तीन टैक्सी ड्राइवर थे एक अन्य घटना में 23 साल के पिज़्ज़ा डिलेवरी करने वाले युवक को ब्रिस्बन में क्रिकेट बैट से मारे जाने के समाचार हैं.
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने भारत को इन हमलों के बारे में एक डोज़ियर सौंपा है. जिसमें सामने आया है कि अधिकतर हमलावर किशोर थे.
ऑस्ट्रेलिया की सरकार भारतीयों पर हो रहे लगातार हमलों के कारण मंत्रीस्तरीय समिति का गठन भी करने वाली है. इस उच्चस्तरीय समिति की पहली बैठक सप्ताहांत में होनी है.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे