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'भारतीय बल्लेबाजों के कवच में दरार है'

३१ दिसम्बर २०११

ऑस्ट्रेलिया के कोच मिकी आर्थर का दावा है कि उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों की कमजोर नब्ज पकड़ ली है. आर्थर के मुताबिक उनके युवा तेज गेंदबाजों ने टीम इंडिया के दिग्गजों को मनोवैज्ञानिक झटका दे दिया है.

तस्वीर: AP

मेलबर्न टेस्ट में दुनिया की नंबर एक बल्लेबाजी को परास्त करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच मिकी आर्थर ने अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की. कोच ने कहा, "उन सभी के कवच में दरार है. उन सभी के जबरदस्त रिकॉर्ड हैं और स्कोर हैं. दुनिया का हर बल्लेबाज रन बनाते रहना चाहता है. अगर ऐसे में हम लगातार डॉट बॉल फेंकते रहें और दबाव बनाते रहें तो हमारा रास्ता निकल सकता है. दबाव तो टेस्ट क्रिकेट का ही नाम है."

मेलबर्न टेस्ट की करारी हार ने भारतीय टीम को शर्मिंदा होने पर मजबूर तो जरूर किया है. मैच के चौथे ही दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर 112 रन की जीत हासिल की. दूसरी पारी में टीम इंडिया सिर्फ 169 पर ढेर हो गई. इतने रन तो इन दिनों टी-20 में बन जाते हैं.

सिडनी में तेंदुलकर का रिकॉर्ड अच्छातस्वीर: AP

आर्थर को लगता है कि मेलबर्न टेस्ट ने भारतीय बल्लेबाजों की मनोवैज्ञानिक दृढ़ता को भी हिलाया है. वह कहते हैं, "हम उन्हें बहुत देर तक दबाव में रखने में कामयाब रहे. मुझे लगता है कि हमने उन्हें मनोवैज्ञानिक झटके दे दिए हैं." दक्षिण अफ्रीका के कोच रह चुके आर्थर दावा करते हैं कि उन्हें भारतीय टीम की कमजोरियां पता हैं. उनके मुताबिक सिडनी टेस्ट में उनकी टीम ज्यादा सटीक ढंग से अपनी रणनीति की नुमाइश करेगी.

दूसरा टेस्ट मैच मंगलवार से सिडनी में शुरू हो रहा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम चाहती है कि सिडनी में जीत कर नए साल की शानदार शुरुआत की जाए और सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाई जाए. वहीं भारतीय टीम के लिए अब हार टालना पहली प्राथमिकता बन चुकी है. सिडनी की पिच भारतीय टीम को सुहाती है. धोनी एंड कंपनी को वहां हर कीमत पर अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा. बाद में पर्थ की उछाल भरी पिच पर ऑस्ट्रेलियाई पेस बैटरी का सामना करना आसान नहीं होगा.

रिपोर्टः पीटीआई/ओ सिंह

संपादनः एन रंजन

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