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भारत के पूंजी बाजार में उथल पुथल

१५ अप्रैल २०११

शुक्रवार भारत के पूंजी बाजार के लिए हड़कंप का दिन साबित हुआ. महंगाई ने ऊंची छलांग लगाई, इन्फोसिस के शेयर नीचे खिसक गए और शेयर बाजार भी धड़ाम से गिरा.

तस्वीर: AP

भारत में महंगाई ने और छलांग लगाई है. शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च में मुद्रास्फीति की दर 8.98 फीसदी पर पहुंच गई है. इससे दरों में और ज्यादा बढ़ोतरी का डर पैदा हो गया है.

तस्वीर: AP

थोक भाव पर आधारित मुद्रास्फाति की नई दर केंद्रीय बैंक आरबीआई के 8 फीसदी के अनुमान से कहीं ज्यादा है. इस वजह से विशेषज्ञों को लगने लगा है कि केंद्रीय बैंक बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए दरों में बढ़ोतरी कर सकता है. बैंक 3 मई को वार्षिक नीति का एलान करेगा.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक महंगाई का सबसे ज्यादा असर खाने पीने की चीजों पर हुआ है जिनकी कीमतें 9.47 फीसदी बढ़ी हैं. अनाज 3.96 प्रतिशत, चावल 2.69 प्रतिशत और गेंहू 0.75 प्रतिशत महंगा हो गया है.

कोशिशें बेकार

ये आंकड़े केंद्रीय बैंक की पिछले एक साल से जारी कोशिशों के लिए भी धक्का हैं. पिछले साल मार्च से अब तक आरबीआई आठ बार दरों में बढ़ोतरी कर चुका है. लेकिन मुद्रास्फीति अब भी 5-6 फीसदी के सामान्य स्तर से कहीं ज्यादा बनी हुई है.

तस्वीर: AP

भारत के योजना आयोग ने भी बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई है. आयोग के अध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलुवालिया ने कहा, "मुद्रास्फीति चिंता की बात है. जितनी हमने उम्मीद की थी, मुद्रास्फाति पर उतना काबू नहीं पाया जा सका है. कोषीय और मौद्रिक नीति को सप्लाई की बाधाओं से छुटकारा पाने की जरूरत है."

शेयर बाजार पर असर

मुद्रास्फीति की बढ़ोतरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में 310 अंकों की गिरावट देखी गई और वह 19,386.82 पर पहुंच गया. सेंसेक्स ने पिछले सत्र में 434 अंक जुटाए थे लेकिन महंगाई के आंकड़े जारी होने और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे आने के बाद इसमें अचानक गिरावट आई.

दिल्ली के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में निफ्टी भी 86.95 फीसदी गिरकर 5824.55 पर बंद हुआ. इससे पहले वह 5806.45 तक जा चुका था.

इन्फोसिस में हड़कंप

भारत की प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस की तरफ से शुक्रवार को हैरतअंगेज खबर आई. 17 साल से कंपनी के साथ जुड़े टीवी मोहनदास पई ने अचानक कंपनी और निदेशक बोर्ड से इस्तीफा देने का एलान कर दिया. कंपनी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को भेजी एक सूचना में कहा है, "टीवी मोहनदास पई ने आग्रह किया है कि उन्हें 11 जून 2011 को होने वाली कंपनी के सालाना आम बैठक के बाद से जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए."

पई के इस्तीफे का एलान उसी दिन हुआ जब इन्फोसिस ने वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए. इस तिमाही में कंपनी को उम्मीद से काफी कम मुनाफा हुआ है. मार्च 2011 में खत्म हुई तिमाही में इन्फोसिस ने 1818 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है जो पिछले साल से सिर्फ 14 फीसदी ज्यादा है. इन नतीजों के एलान के बाद इन्फोसिस के शेयरों में 9.69 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जिसका असर पूरे शेयर बाजार पर पड़ा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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