1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत के सामने 221 का लक्ष्य

१८ जनवरी २०११

केपटाउन वनडे में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 220 पर ऑल आउट किया. डुमिनी और प्लेसिस की पारियों की बदौलत मेजबान टीम किसी तरह इस स्कोर तक पहुंची. टीम इंडिया की ओर से आठ खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की.

तस्वीर: AP

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रैम स्मिथ ने टॉस जीता और अपनी टीम को ढहते हुए देखना शुरू किया. जहीर खान ने सातवें ओवर में हाशिम अमला को बोल्ड कर पैवेलियन लौटा दिया. अमला सिर्फ 16 रन बना सके. जहीर का साथ दे रहे मुनाफ पटेल ने भी दूसरे छोर से कसी हुई गेंदबाजी जारी रखी. इसके बाद कप्तान धोनी ने गेंदबाजी में बदलाव किया.

वह एक छोर से आशीष नेहरा और दूसरी तरफ से हरभजन सिंह को लेकर आए. पिच से मिली उछाल से भज्जी को खूब सहारा दिया और वो इनग्रैम का विकेट ले उड़े. स्पिनरों को मदद मिलती देख गेंदबाजी युसूफ पठान को सौंपी गई वह एबी डिवीलियर्स का बेशकीमती विकेट झटक गए. इस दौरान एक छोर पर स्मिथ पारी को ढहता देख रहे थे. लेकिन भज्जी ने उनकी इस पीड़ा को ज्यादा लंबा नहीं खिंचने दिया. 43 रन बनाकर स्मिथ टर्बनेटर का शिकार बने.

भारत की शानदार गेंदबाजीतस्वीर: AP

लेकिन इसके बाद पांचवे विकेट के लिए प्लेसिस और डुमिनी के बीच जोरदार साझेदारी हुई. दोनों ने अर्धशतक जड़ते हुए टीम के स्कोर को 200 तक पहुंचा दिया. इस मोड़ पर लगने लगा कि दक्षिण अफ्रीका अच्छा स्कोर खड़ा करेगा. एक पावर प्ले भी बाकी था. लेकिन 60 रन बनाने वाले प्लेसिस और 52 पर खेल रहे डुमिनी धड़ाधड़ आउट हुए. 202 पर ही टीम ने छह विकेट और टिके हुए बल्लेबाज खो दिए.

इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को कोई मौका नहीं दिया. आखिरी चार ओवरों में सारे विकेट गिरे और दक्षिण अफ्रीका की टीम 49.2 ओवरों में 220 पर सिमट गई.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें