भारत को एक सूत्र में बांधने वाली भाषा संस्कृत: उपराष्ट्रपति
११ नवम्बर २०१९
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राजधानी दिल्ली में चल रहे संस्कृत भारती विश्व सम्मेलन में कहा कि संस्कृत भारत को एक सूत्र में बांधने वाली भाषा है, जिसमें देश के ज्ञान-विज्ञान का खजाना समाहित है.
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इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, "संस्कृत भारत को जोड़ने वाली भाषा है. भारतीय ज्ञान-विज्ञान संस्कृत भाषा में है. हमें हमारे ऋषि-मुनियों का ज्ञान प्रयोग में लाना चाहिए. दुनिया की सारी समस्याओं का हल संस्कृत में है. दुनियाभर में संस्कृत का अध्ययन-अध्यापन होता है और इस भाषा में शोध हो रहा है." नायडू ने कहा संस्कृत भारती के "संभाषण आंदोलन" में सहयोग की अपील की.
उन्होंने तेलुगू और संस्कृत में निकटता का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने संस्कृत नहीं पढ़ी, फिर भी मैं संस्कृत समझ सकता हूं. इसलिए संस्कृत को सरल भाषा बनाकर आम बोलचाल की भाषा बनाना है और इसे आगे बढ़ना है. लोगों को मां, जन्मभूमि और मातृभाषा को नहीं छोड़ना चाहिए. हमें संस्कृत को फैशन बनाना है."
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को हिमाचल प्रदेश में संस्कृत को द्वितीय भाषा बनाने के लिए संस्कृत भारती ने सम्मानित किया. ठाकुर ने कहा कि संस्कृत भारत की ही नहीं विश्व की भाषा हो सकती है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में संस्कृत विश्वविद्यालय खोलने की बात भी कही.
सम्मेलन में पहुंचे जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद ने कहा कि विश्व में ज्ञान का पर्याय संस्कृत भाषा है. इसमें कालगणना, सुनने का बोध, शास्त्र, परमपुरुष का ज्ञान और सर्वव्यापी सत्ता इत्यादि सभी का ज्ञान है. संस्कृत भारती के नवनियुक्त अखिल भारतीय अध्यक्ष गोपबंधु मिश्र ने कहा कि संस्कृत भाषा सारी भाषाओं के लिए प्रकाश है और संस्कृत भारती कार्यकर्ताओं के अंतस्तल में संस्कृत विद्यमान है.
संस्कृत भारती द्वारा विश्व सम्मेलन में 'विश्वे संस्कृत' विषय पर आयोजित प्रदर्शनी में देश विदेश में संस्कृत के प्रचार-प्रसार के कार्यों को दर्शाया गया है.
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में संस्कृत सहित कुल 22 भाषाएं दर्ज हैं. देश की 96.7 प्रतिशत आबादी इन्हीं 22 भाषाओं को बोलती है. वहीं अन्य 3.3 प्रतिशत लोग अन्य भाषा बोलते हैं. एक नजर भारत में बोली जाने वाली भाषाओं पर.
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हिंदी
हिंदी संवैधानिक रूप से देश की राजभाषा होने के साथ-साथ देश में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत के 43.63 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं.
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बंगाली
बंगाली भारत में दूसरी सबसे अधिक बोलने वाली भाषा है. करीब 8.03 प्रतिशत अर्थात नौ करोड़ 72 लाख भारतीय बंगाली बोलते हैं. यह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल में बोली जाती है.
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मराठी
भारत में कुल 6.86 प्रतिशल अर्थात आठ करोड़ 30 लाख लोग मराठी भाषा बोलते हैं. यह मुख्य रूप से महाराष्ट्र में बोली जाती है.
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तेलुगु
तेलुगु भाषा आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्यों के कुछ हिस्सों में भी बोली जाती है. करीब 6.7 प्रतिशत लोग यह भाषा बोलते हैं.
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तमिल
तमिल भाषा मुख्य रूप से भारत में तमिलनाडु तथा पुदुचेरी में बोली जाती है. करीब 5.7 प्रतिशत भारतीय इस भाषा बोलते हैं.
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गुजराती
भारत में 4.58 प्रतिशत लोग गुजराती बोलते हैं. यह मुख्य रूप से गुजरात में बोली जाती है.
तस्वीर: UNI
उर्दू
भारत की कुल जनसंख्या का 4.19 प्रतिशत लोग उर्दू बोलते हैं. कश्मीर से लेकर बिहार तक कई राज्यों में लोग मुस्लिम समुदाय के बीच इसका व्यापक इस्तेमाल होता है.
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कन्नड़
भारत में 3.61 प्रतिशत लोग कन्नड़ भाषा बोलते हैं. यह मुख्य रूप से कर्नाटक में बोली जाती है.
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उड़िया
उड़िया भारत के ओड़िशा राज्य में बोली जाने वाली मुख्य भाषा है. भारत में 3.1 प्रतिशत लोग उड़िया भाषा बोलते हैं.
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मलयालम
भारत में 2.88 प्रतिशल लोग मलयालम भाषा बोलते हैं. यह केरल राज्य की प्रमुख भाषा है लेकिन तमिलनाडु, कर्नाटक सहित देश के कई अन्य इलाकों में बसे मलयालियों द्वारा यह बोली जाती है.
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पंजाबी
भारत में 2.74 प्रतिशत लोग पंजाबी भाषा बोलते हैं. यह मुख्य रूप से पंजाब में बोली जाती है. इसे गुरमुखी लिपि में लिखा जाता है.
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असमिया
असमिया भारत के असम राज्य की मुख्य भाषा है. भारत के 1.26 प्रतिशत लोग यह भाषा बोलते हैं.
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मैथिली
भारत में 1.12 प्रतिशत लोग मैथिली भाषा बोलते हैं. यह मुख्य रूप से बिहार के मिथिलांचल इलाके में बोली जाती है. इसके अलावा मैथिली झारखंड और नेपाल के तराई क्षेत्र में भी बोली जाती है.
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संथाली
भारत में 0.61 प्रतिशत लोग संथाली बोलते हैं. संथाली भाषा का प्रयोग झारखंड, असम, बिहार, उड़ीसा, त्रिपुरा, और पश्चिम बंगाल में रहने वाले संथाल समुदाय के लोगों के द्वारा बोली जाती है.
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कश्मीरी
कश्मीरी भाषा मुख्यतः कश्मीर घाटी तथा चेनाब घाटी में बोली जाती है. भारत के 0.56 प्रतिशत लोग कश्मीरी बोलते हैं.
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नेपाली
भारत के 0.24 प्रतिशत लोग नेपाली भाषा बोलते हैं. यह भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी राज्यों आसाम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश राज्यों के कुछ इलाकों में बोली जाती है.
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सिंधी
भारत में 0.23 प्रतिशत लोग सिंधी भाषा बोलते हैं. यह पश्चिमी हिस्से और मुख्य रूप से सिंध प्रान्त में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है.
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डोगरी
डोगरी भारत के जम्मू और कश्मीर में बोली जाने वाली एक भाषा है. इस भाषा को बोलने वाले डोगरे कहलाते हैं. भारत में कुल 0.21 प्रतिशत लोग डोगरी भाषा बोलते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
कोंकणी
भारत में कुल 0.19 प्रतिशत लोग कोंकणी भाषा बोलते हैं. यह गोवा, केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ इलाकों में बोली जाती है.
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मणिपुरी
भारत में कुल 0.15 प्रतिशत लोग मणिपुरी भाषा बोलते हैं. यह भाषा असम के निचले हिस्सों एवं मणिपुर प्रांत के लोगों द्वारा बोली जाती है.
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बोडो
भारत में कुल 0.12 प्रतिशल लोग बोडो भाषा का प्रयोग करते हैं. यह देवनागरी लिपी में लिखी जाती है. असम के कुछ इलाकों में बोली जाती है.
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संस्कृत
संस्कृत भाषा को भी भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में जगह दी गई है. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में करीब 24,821 लोगों ने संस्कृत को अपनी मातृभाषा के रूप में बताया था.