भारत, पाकिस्तान में बच्चियों का यौन उत्पीड़न दर्दनाक: यूएन
२ फ़रवरी २०१८
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने भारत में एक नवजात और पाकिस्तान में एक बच्ची के यौन उत्पीड़न को दिल दहला देने वाला बताया है.
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स्टीफन डुजारिक से एक पत्रकार ने भारत और पाकिस्तान में इन दो मामलों का जिक्र करते हुए पूछा कि संयुक्त राष्ट्र इस हिंसा को रोकने के लिए इन दोनों देशों को क्या सलाह देगा? इसके जवाब में डुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और इसकी एजेंसियां बच्चियों और महिलाओं के साथ इस तरह के हमलों को लेकर समाज को संदेश देने और उन्हें जागरूक करने की दिशा में काम कर रही हैं. डुजारिक ने गुरुवार को कहा, "आप जिन दो मामलों का उल्लेख कर रहे हैं, ये दिल दहला देने वाले हैं." उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट है कि इस ग्रह पर कोई भी देश महिलाओं और बच्चियों के साथ इस तरह की हिंसा से बचा हुआ नहीं है. हम सभी देशों में इस तरह के मामले देखते हैं."
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले
बलात्कार और हत्या जैसे मामले हर बार इन मुद्दों पर नई बहस खड़ी करते हैं. इस मामले में आंकड़े भी कहते हैं कि स्थिति बहुत ही भयानक है. पढ़िए कि हाल के सालों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कितने मामले दर्ज किये गये हैं.
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सामाजिक दबाव
2015 में भारत में महिलाओं से बलात्कार के 34651 मामले सामने आए थे. लेकिन ऐसे मामलों की संख्या भी कम नहीं जिनमें समाजिक दबाव के चलते बलात्कार के मामले पुलिस में दर्ज नहीं कराये जाते.
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बलात्कार के प्रयास
इसी तरह 2015 में बलात्कार के प्रयास के 4434 मामले दर्ज किये गये थे. 2014 में इस तरह के 4232 मामले सामने आये थे. 2014 की तुलना में इन आंकड़ों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी.
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अपहरण
अपहरण के मामलों में 2014 की तुलना में 2015 में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2015 में महिलाओं के अपहरण के 59277 मामले दर्ज किये गये. वहीं 2014 में यह आंकड़ा 57311 मामलों का था.
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दहेज
दहेज के चलते हुई मौतों का आंकड़ा 2015 में 7,634 था. 2014 में दहेज के चलते मौतों के 8455 मामले दर्ज हुए थे. इस कमी के बावजूद हर साल महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा के कुल आंकड़े बढ़ ही रहे हैं.
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छेड़खानी
छेड़खानी के मामलों का आंकड़ा काफी बड़ा है. साल 2015 में महिलाओं से छेड़खानी के 82,422 मामले दर्ज हुए. इसमें तेज वृद्धि हुई है. यह आंकड़ा 2011 में 42,968 मामलों का था.
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घरेलू हिंसा
सबसे ज्यादा मामले घरेलू हिंसा के दर्ज हुए. इस मामले में 2015 में 1,13,403 मामले दर्ज किये गये. यही आंकड़ा 2011 में 99,135 का रहा. रिपोर्ट के अनुसार घरेलू हिंसा के मामले हर साल बढ़ रहे हैं.
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हिंसा के मामले
गृह मंत्रालय की 2016-17 की रिपोर्ट के अनुसार साल 2016 में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कुल 3,27,394 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि 2011 में इनकी तादाद 2,28,650 थी.
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वैवाहिक बलात्कार
महिला संगठन वैवाहिक बलात्कार को अपराध बनाना चाहती हैं, जबकि भारत सरकार का कहना है कि ऐसा करने से महिलाओं को पतियों को तंग करने का हथियार मिल जायेगा.
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पिछले रविवार को नई दिल्ली में एक आठ महीने की नवजात के साथ उसके 28 वर्षीय चचेरे भाई ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया. वहीं, पिछले महीने पाकिस्तान के कसूर में सात साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. इन दोनों मामलों को लेकर लोगों में गुस्सा देखने को मिला और बच्चों एवं महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाने का आह्वान किया गया.
डुजारिक ने बच्चियों और महिलाओं को इस हिंसा के बचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के बारे में कहा, "संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) और यूनिसेफ जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए विभिन्न देशों की सरकारों के साथ काम कर रहा है ताकि बच्चियों और महिलाओं का सम्मान करने के लिए समुदायों को संदेश दिया जा सके." उन्होंने कहा, "यह समान अधिकार, महिलाओं और बच्चियों तक स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा की पहुंच सुगम बनाने को लेकर है. यह महिला सशक्तिकरण को लेकर है. संयुक्त राष्ट्र विभिन्न विकास कार्यक्रमों के जरिए इस मुद्दे का निपटारा करने का प्रयास कर रहा है."
यहां होते हैं सबसे ज्यादा बलात्कार
आंकड़ों को देखें तो महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बलात्कार की समस्या लगातार खराब होती जा रही है. हालांकि हर देश में बलात्कार कानून अलग हैं और सब लोग इसकी रिपोर्ट भी नहीं करते, लेकिन संख्या के हिसाब से ये देश चोटी पर हैं.
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1. दक्षिण अफ्रीका
पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका है जहां प्रति एक लाख बलात्कार के 132 मामले रजिस्टर हुए.
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2. बोत्स्वाना
इस सूची में दूसरे नंबर पर अफ्रीकी देश बोत्स्वाना है जहां प्रति लाख बलात्कार के 93 मामले दर्ज हुए.
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3. स्वीडन
सबसे ज्यादा बलात्कार वाली सूची में तीसरे नंबर पर यूरोपीय देश स्वीडन है जहां प्रति लाख 69 मामले दर्ज हुए.
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4. निकारागुआ
निकारागुआ कुछ साल पहले तक युद्ध पीड़ित रहा है. वहां प्रति लाख 31.6 मामले दर्ज किये गये.
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5. ग्रेनेडा
हिंसा और बलात्कार अहम मुद्दा है. सालाना प्रति लाख 30 मामले दर्ज. देश की आबादी ही एक लाख है.
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6. पाकिस्तान
भारत का पड़ोसी छठे नंबर है. यहां सालाना बलात्कार के प्रति लाख 28.8 मामले सामने आते हैं.
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7. सेंट किट्स
कैरिबिक देश सेंट किट्स यूं तो बहुत छोटा है लेकिन बलात्कार के मामले में यह ऑस्ट्रेलिया के साथ खड़ा जहां प्रति लाख 28.6 मामले सामने आए.
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8. ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में 28.6 प्रति लाख की दर है. यहां लोग शिकायत भी करते हैं और पुलिस कार्रवाई भी करती है.
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9. पनामा
मध्य अमेरिकी देश पनामा में बलात्कार की दर 28.3 है जिसमें ज्यादातर वैवाहिक बलात्कार के मामले हैं
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10. बेल्जियम
यूरोपीय देश बेल्जियम इस सूची में 27.9 मामलों के साथ दसवें नंबर पर है. यहां सजा अपेक्षाकृत कम है.