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भारत में परचम लहराने को आतुर फेटल

२७ अक्टूबर २०११

लगातार जीत रहे जर्मन ड्राइवर सेबास्टियान फेटल भारत के नए और पहले फॉर्मूला वन ट्रैक का उद्धाटन अपनी जीत के साथ करने को बेताब हैं. उनके निशाने पर एक रिकॉर्ड भी है जिसे वह इस सीजन में निश्चित ही तोड़ना चाहेंगे.

भारतीय ट्रैक पर गाड़ी दौड़ाने को बेताब फेटलतस्वीर: dapd

विश्व चैंपियन बनने का जश्न मनाकर सेबास्टियान फेटल अपनी अगली रेस के लिए तैयार हैं. इस सप्ताहांत में नई दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में 5.137 किलोमीटर लंबे बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर भारत की पहली ग्रां प्री होने वाली है.

अब फेटल निश्चित ही माइकल शूमाखर का एक सीजन में 13 जीत के रिकॉर्ड की बराबरी करना चाहेंगे. शूमाखर ने 2004 के सीजन में 13 बार जीत हासिल की थी. अगर भारत, अबु धाबी और ब्राजील तीनों जगह फेटल जीतते हैं तो वह शूमाखर के रिकॉर्ड की बराबरी कर सकेंगे. दो सप्ताह पहले कोरिया में उन्होंने सीजन की 10वीं रेस जीती थी. बाकी ड्राइवर्स की तरह फेटल भी नए ट्रैक से सिर्फ वर्चुअली ही परिचित हैं.

जर्मनी के फेटल पहले ही इस सीजन के वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैंतस्वीर: dapd

फेटल कहते हैं, "इस ट्रैक पर निश्चित ही धीमे और हाई स्पीड वाले हिस्से एकदूसरे में मिले हुए होंगे. लेकिन ऊंचाइयों में अंतर बहुत ज्यादा है जैसे स्पा या इस्तांबुल में. इस कारण वहां कार चलाने का आकर्षण अलग होगा. हमें उम्मीद है कि मोंजा के बाद यह ट्रैक इस सीजन दूसरा सबसे तेज ट्रैक होगा. मैं भारत में कार चलाने के लिए उत्सुक हूं जैसे कि मैं हर नए ट्रैक पर कार चलाने के लिए उत्सुक होता हूं."

शूमाखर भी उत्साहित

40 करोड़ डॉलर की लागत वाले ट्रैक को डिजाइन करने वाले हरमान टिल्के ने रोमांचक रेसिंग का वादा किया है और भारत में इस ट्रैक के बनने को उचित बताते हैं. डीपीए समाचार एजेंसी से बातचीत में उन्होंने कहा, "भारत बहुत बड़ा देश है जिसमें बहुत फैन्स हैं और क्षमता भी काफी है. भारत जाना तार्किक है."

दुनिया भर के 180 देशों में 57 करोड़ फैन्स और दुनिया की 200 बड़ी कंपनियां फॉर्मूला वन से जुड़ी हुई हैं. भारत की अमूल और हीरो मोटोकॉर्प पहले ही साउबर एफ1 और हिस्पेनिया टीम को स्पॉन्सर कर रही हैं. भारत में फॉर्मूला वन को आगे लाने में विजय माल्या का बड़ा हाथ है. उन्होंने चार साल पहले स्पाइकर टीम को खरीदने के बाद फोर्स इंडिया टीम खड़ी की.

फेटल रेड बुल टीम के लिए गाड़ी दौड़ाते हैंतस्वीर: dapd

क्रिकेट के दीवाने देश भारत में मोटर रेसिंग एक नई विधा है. लेकिन 1.2 अरब की आबादी मे आधे लोगों की उम्र 25 साल से कम की है इसलिए यहां संभावनाएं भी असीम हैं. मेक्कलारेन के टीम प्रमुख मार्टिन व्हिटमाश कहते हैं, "मुझे लगता है कि दुनिया में वैश्विक प्रतियोगिताओं का प्रतिनिधित्व होना चाहिए. और भारत में ग्रां प्री निश्चित ही एक सकारात्मक कदम है. मेरा पूरा विश्वास है कि फॉर्मूला वन दुनिया के शानदार खेलों में से एक है और मैं इसे पूरे भारतीय महाद्वीप में फैलाना चाहता हूं."

मशहूर रेसर माइकल शूमाखर भी इससे सहमत हैं, "मेरे विचार में अगर आप विश्व चैंपियनशिप कराते हैं तो इसे पूरी दुनिया में कराया जाना चाहिए. इसलिए फॉर्मूला वन के नक्शे पर भारत का मैं स्वागत करता हूं. मुझे चुनौतियां पसंद हैं और नया ट्रैक एक अच्छी चुनौती है."

भारत में तैयार किए गए ट्रैक पर 40 करोड़ डॉलर की लागत आई हैतस्वीर: picture alliance/dpa

आगे भी

2014 में रूस के सोची में पहली रूसी ग्रां प्री होनी है. इसके अलावा अगले साल अमेरिका के टेक्सास और फिर 2013 से न्यू जर्सी में भी. भारत चौथा देश है जिसने हाल के साल में फॉर्मूला वन रेस शुरू की हैं. 2008 में सिंगापुर, 2009 में अबु धाबी और 2010 में दक्षिण कोरिया फॉर्मूला वन की दुनिया में कदम रख चुके हैं.

भारत में होने वाली रेस में कई बॉलीवुड स्टार्स के अलावा, लेडी गागा और एक लाख फैन्स के आने की उम्मीद है. शुक्रवार को पहला टेस्ट होना है. शनिवार को क्वॉलीफाइंग राऊंड और रविवार को 60 लैप्स की रेस होगी.

रिपोर्ट: डीपीए/आभा एम

संपादन: ए कुमार

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