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भारत में 6 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार

१२ नवम्बर २००९

संयुक्त राष्ट्र ने विश्व में भूखमरी के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए अगले सप्ताहांत एक दिन का उपवास रखने का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र बाल संस्था यूनीसेफ़ का कहना है कि भारत में कुपोषित बच्चों की संख्या लगभग 6 करोड़ है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

विश्व में एक अरब लोग भूखमरी का शिकार हैं. इधर यूनीसेफ़ का कहना है कि विकासशील देशों में 20 करोड़ बच्चों का कुपोषण के कारण सही विकास नहीं हो रहा है. इनमें से 40 फ़ीसदी बच्चे दक्षिण एशियाई देशों में हैं. भारत में कुपोषित बच्चों की संख्या लगभग 6 करोड़ है.

तस्वीर: AP

यूनीसेफ़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया में कुपोषण का शिकार बच्चों की संख्या 1990 के 44 प्रतिशत के मुक़ाबले गिरकर 30 प्रतिशत रह गई है जबकि अफ़्रीका में इसी अवधि में वह 38 प्रतिशत से 34 प्रतिशत हो गई है, लेकिन अभी भी पांच साल के कम उम्र के साढ़े 19 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार हैं जिसकी वजह से गर्भ से दो वर्ष की उम्र के बीच उनके विकास पर असर पड़ा है. रिपोर्ट का कहना है कि गर्भधारण के बाद के 1000 दिन विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं.

रिपोर्ट के अनुसार कुपोषण से प्रभावित बच्चों का कमज़ोर होते हैं और उनका मानसिक विकास धीमा रहता है. यूनीसेफ़ का कहना है कि भारत और अफ़ग़ानिस्तान जैसे देशों में इससे ग़रीबी समाप्त करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. यूनीसेफ़ की कार्यकारी निदेशक एन वेनेमन का कहना है, "कुपोषण बच्चों की शक्ति चुरा लेता है और बीमारियों को, जिनका सामना शरीर कर सकता है, और ख़तरनाक बना देता है."

तस्वीर: picture-alliance / dpa

विकासशील देशों में कुपोषण के शिकार बच्चों का 90 फ़ीसदी अफ़्रीका और एशिया में रहता है. उनमें से एक तिहाई भारत में है. विश्व की दूसरी सबसे अधिक आबादी वाले भारत के लिए चिंता की बात यह है कि वहां कुपोषित बच्चों की तादाद अभी भी बहुत ज़्यादा है. पाकिस्तान में यह 42 फ़ीसदी और बांग्लादेश में 43 फ़ीसदी है. रिपोर्ट में यह भी ध्यान दिलाया गया है कि वहां स्थिति सुधर रही है. 1992 में वहां कुपोषित बच्चों की संख्या 52 प्रतिशत और 2005 में 43 प्रतिशत थी.

यूनीसेफ़ की रिपोर्ट दक्षिण एशिया के लिए ख़तरे की घंटी जैसी है. कुपोषित बच्चों का बड़ा हिस्सा 24 देशों में पाया गया है जिनमें से दक्षिण एशिया में 40 फ़ीसदी बच्चे रहते हैं. इलाक़े के पांच देशों में लगभग सवा 8 करोड़ बच्चे कुपोषण के शिकार हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ओंकार सिंह

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