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भारत से भिड़ेगा बायर्न म्यूनिख

९ जनवरी २०१२

जर्मनी का सबसे मशहूर फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम से मुकाबला करने वाली है. यह मैच सिक्किम के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए खेला जाएगा और बायर्न की अगुवाई जर्मनी के कप्तान फिलिप लाम करेंगे.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

नई दिल्ली में 10 जनवरी को होने वाले इस मैच को जर्मनी की कार कंपनी आउडी और भारतीय फुटबॉल संघ मिल कर आयोजित करा रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह मैच भारत के सबसे बड़े फुटबॉल स्टार बाइचुंग भूटिया का आखिरी मैच होगा. भूटिया पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह चुके हैं.

जर्मनी के कप्तान 28 साल के फिलिप लाम के लिए यह पहला मौका नहीं है, जब वह किसी चैरिटी के लिए खेल रहे हों. 2007 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में एसओएस विलेज में वहां के बच्चों के लिए चैरिटी मैच खेला था. उन्होंने एड्स के खिलाफ भी जम कर प्रचार किया था. लाम अपने फिलिप लाम इंस्टीट्यूट से भी बच्चों की मदद करते हैं.

भारत दौरे पर आए बायर्न म्यूनिख के कोच युप हाइनकेस भी खेल और चैरिटी से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं. सोमवार को वह भारत के कुछ खेलों के स्टार खिलाड़ियों से मिल रहे हैं. इनमें धनराज पिल्लै, अभिनव बिंद्रा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शामिल हैं. ये लोग सिक्किम के भूकंप पीड़ितों के लिए अपने खेल के सामान की नीलामी करके पैसे जुटाने का काम कर रहे हैं. खुशी नाम की गैर सरकारी संगठन इस काम में मदद कर रही है.

तस्वीर: AP

खुशी के अध्यक्ष डॉक्टर बीडी बनर्जी का कहना है, “मुझे खुशी है कि हम यह कार्यक्रम करा रहे हैं. इससे भूकंप पीड़ितों की काफी मदद की जा सकेगी.” बाइचुंग भूटिया भी खुशी के इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं. उनका कहना है, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यक्रम में आएं और सामान खरीदें ताकि भूचाल पीड़ितों की मदद हो सके.”

बायर्न म्यूनिख और भारत का रिश्ता बहुत पुराना है. बायर्न की टीम आए दिन भारत का दौरा करती है. यहां तक कि जर्मनी के पूर्व कप्तान और स्टार गोलकीपर ओलिवर कान ने भी अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच भारत में ही खेला था. आम तौर पर बायर्न की टीम कोलकाता का दौरा करती है लेकिन इस बार वह दिल्ली में खेल रही है. इसके अलावा पिछले दिनों बायर्न ने भारत में कैंप लगाया था. वहां से कुछ प्रतिभाशाली युवा फुटबॉल खिलाड़ियों को चुन कर वह उन्हें जर्मनी में ट्रेनिंग देने वाली है.

रिपोर्टः नॉरिस प्रीतम, नई दिल्ली

संपादनः ए जमाल

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