भेड़ियों के साथ रहते स्वीडन के लोग
११ अप्रैल २०१९चालाक भेड़िये के किस्से और सच्चाई
चालाक भेड़िये के किस्से और सच्चाई
भेड़ियों की चालाकी के किस्से बहुत पुराने हैं. इंसान इन्हें नापसंद करता है और डरता भी है. खून के प्यासे माने जाने वाले भेड़ियों के बारे में यहां जानिए कुछ दिलचस्प बातें.
अमर प्रेम?
माना जाता है कि भेड़िए पूरे जीवन एक ही साथी के साथ जोड़ी बनाते हैं. हालांकि कुछ लोगों को इस दावे पर शक भी है. फिर भी वे ज्यादातर अपने साथी के प्रति वफादार रहते हैं इसमें कोई शक नहीं.
खून के प्यासे?
किस्से कहानियों में भेड़ियों को इंसानों और खासकर बच्चों को अपना शिकार बनाने का जिक्र होता रहा है. जीव संरक्षणकर्मी बताते हैं कि इंसान और भेड़ियों का एक साथ शांतिपूर्ण रहना संभव है.
चांद पर गुर्राना?
आपने भी सुना होगा कि भेड़िया चांद को देखकर गुर्राता है लेकिन वैज्ञानिक इस दावे को झूठा बताते हैं. उनका कहना है कि वे अपना सिर ऊपर उठा कर इसलिए गुर्राते हैं क्योंकि इससे उनकी आवाज साफ निकलती है.
साथ में शिकार
भेड़िए झुण्ड में रहते हैं और शिकार भी वे झुण्ड में ही करना पसंद करते हैं. साथियों को बुलाने, दुश्मन को डराने या मादा को आकर्षित करने के लिए भी ये गुर्राते हैं.
अकेला ही
कई बार झुण्ड से बिछड़ गए भेड़िए को अकेले रहना पड़ता है, इन्हें लोन वुल्फ कहते हैं. ये कम गुर्राते हैं और शांति से छुपे रहना पसंद करते हैं क्योंकि इन्हें बचाने के लिए कोई झुण्ड मौजूद नहीं होता.
सफर में जिंदगी
भेड़िए यात्रा खूब करते हैं. कई बार खाने की तलाश में ये हर दिन 30 से 50 किलोमीटर तक चले जाते हैं. आमतौर पर इनका इलाका 150 से लेकर 300 वर्ग किलोमीटर के बीच होता है.
क्यूट पिल्ले?
औसतन मादा भेड़िए एक बार में 6 या 8 बच्चों को जन्म देती हैं. मादा 63 दिनों तक गर्भवती होती है और नवजातों को कम से कम आठ हफ्तों तक उसके साथ रहना होता है. फिर वे ठोस भोजन करने लगते हैं.
एकजुट रहने मे फायदा
ये छह से दस के झुण्ड में रहते हैं. झुण्ड में पदों की बहुत अहमियत होती है. एक ताकतवर नर और उसकी जोड़ीदार मादा ही बच्चे पैदा कर सकते हैं. बाकी वयस्क उनके पैदा किए बच्चों को पालने में मदद करते हैं. तामसिन वॉकर/आरपी