भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई होगी: मनमोहन सिंह
७ सितम्बर २०१०नई दिल्ली वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मनमोहन सिंह ने साथी मंत्रियों को नसीहत दी. उन्होंने कहा, ''अगर मेरे मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचार का कोई गंभीर मामला आया तो वह चिंता की बात होगी. मैं कार्रवाई करुंगा. ऐसी स्थिति में मेरा दायित्व बनता है कि मैं कार्रवाई करूं.''
संपादकों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री को अपने मंत्रिमंडल की आलोचना का सामना करना पड़ा. एक पत्रकार ने सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी धारणा है कि मनमोहन ''सबसे भ्रष्ट सरकार चलाने वाले सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री हैं.'' सवाल करने वाले पत्रकार ने जानना चाहा कि भ्रष्टाचार की स्थिति में क्या प्रधानमंत्री सार्वजनिक तौर पर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
इसके जवाब में मनमोहन ने दृढ़ता से कहा, ''अगर मुझे ऐसे किसी मामले का पता चला तो मैं कार्रवाई करुंगा. जब भी कभी ऐसी स्थिति आई है तब मैंने मंत्रियों से सफाई मांगी है.''
इस दौरान भारत के दूरसंचार मंत्री ए राजा का भी जिक्र हुआ. राजा पर स्पेट्रम आंवटन में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. इस पर पीएम ने कहा, ''मैंने पर्याप्त एहतियात बरती. यह सच है कि जनता के एक धड़े में इस तरह की धारणा बन गई है कि मैं सफल नहीं हुआ. लेकिन मेरी दृष्टि साफ है. जब भी मीडिया में किसी मंत्री के बारे में कोई मामला उछला है, मैंने उस मंत्री से सवाल जवाब किए हैं. हां, न्यायिक मामलों को लेकर मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा.''
दरअसल ए राजा और केंद्रीय कृषि मंत्री बीते कुछ वर्षों में विवाद में रहे हैं. राजा पर स्पैक्ट्रम घोटाले के आरोप लग रहे हैं. वहीं शरद पवार के दामन में आईपीएल से लेकर चीनी और फिर अनाज सड़ाने जैसे कामों के छींटे पड़ते रहे हैं.
इस बीच प्रधानमंत्री ने सोमवार को कैबिनेट में फेरबदल के संकेत भी दे दिए. उन्होंने कहा कि नवंबर में संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल में कुछ बदलाव किए जाएंगे. गृह मंत्री पी चिंदबरम, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और रक्षा मंत्री एके एंटनी इन बदलावों से दूर रहेंगे.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन