मंथन में जच्चा, बच्चा और सेहत
७ जून २०१३गर्भावस्था के दौरान मां के मूड का बच्चे की जिंदगी पर गहरा असर पड़ता है. बच्चा कितना स्वस्थ होगा या उसे कैसी बीमारियां होंगी, काफी कुछ गर्भ के दौरान ही तय हो जाता है. गर्भावस्था के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, बच्चे के स्वास्थ्य के लिए क्या क्या सब जरूरी है, जानेंगे इस बार मंथन में प्रियंका मैती से, जो कोलोन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स में रिसर्च कर रही हैं.
प्रियंका कोलोन की लैब में चूहों पर प्रयोग कर तनाव का असर पता लगा रही हैं. वह बता रही हैं कि किस तरह से तनाव के कारण चूहों की सांस लेने की दर बढ़ जाती है, वे खाते ज्यादा हैं पर साथ ही उनका चलना फिरना बहुत ही कम हो जाता है. ऐसे ही असर इंसानों पर होते हैं. अगर गर्भवती महिला तनाव में है तो शरीर में जो स्ट्रेस हारमोन स्रावित होते हैं वे गर्भनाल से होकर बच्चे के अंदर भी जाते हैं और बच्चा उच्चरक्तचाप का शिकार हो सकता है, या उसे दिल के रोग, मोटापा और मधुमेह भी हो सकते हैं.
1,000 रुपये किलो का मक्खन
बच्चों की सेहत पर जानकारी के बाद ले चलेंगे आपको स्वीडन, जहां घर के बने मक्खन के लिए लोग एक किलो के बदले हजार रुपये से भी ज्यादा देने को तैयार हैं. अजीब बात यह है कि इस मक्खन को सात साल के लिए जंगल में जमीन में गाड़ दिया जाता है. जानेंगे क्या है इस मक्खन की खासियत और साथ ही बताएंगे आपको कि कैसे तैयार होती हैं रंग बिरंगी कैंडी. वैसे तो कैंडी या फिर टॉफी केवल चीनी से बनती है, तो भला उनमें ये अनोखे आकार आते कहां से हैं? इसके जवाब के लिए ले चलेंगे आपको पोलैंड की एक दुकान में.
मंथन में हर बार की ही तरह इस बार भी होगी पर्यावरण को बचाने पर चर्चा. बात होगी दिल्ली में कूड़ा बीनने वालों की, जिन्हें अक्सर बुरी नजर से देखा जाता है. दरअसल यही लोग पर्यावरण की सबसे ज्यादा मदद कर रहे हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि अगर ये गरीब लोग ऐसा ना कर रहे होते, तो पर्यावरण का ख्याल कौन रखता? पर्यावरण कार्यकर्ता विमलेंदु झा इस बार मंथन में आपको यही बात समझा रहे हैं.
इस रोमांचक जानकारी के लिए देखना न भूलें मंथन शनिवार सुबह 10.30 बजे दूरदर्शन (डीडी-1) पर.
आईबी/एएम