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मंदी के बावजूद चीन आशावान

Abha Mondhe१३ मार्च २००९

आर्थिक मंदी का असर चीन की अर्थव्यवस्था पर भी हो रहा है. पेइजिंग में हुए राष्ट्रीय लोक कॉंग्रेस के दौरान चीन के प्रधानमंत्री वेन जियापाओ ने अर्थव्यवस्था में दोबारा जान डालने के लिए नए सुझाव प्रस्तुत किए.

वेन-8 प्रतिशत का आश्वासनतस्वीर: AP

चीन की अर्थव्यवस्था भी प्रधानमंत्री वेन के वादों के बावजूद आर्थिक मंदी की चपेट में घुसता जा रहा है. चीन की फैक्ट्रियों में उत्पादित सामान की अब विश्व में मांग कम होती दिखाई दे रही है. इसका चीन के आम लोगों पर गहरा असर पड़ा है. फैक्टरियां बंद हो गई हैं जिसकी वजह से कई लोग बेरोज़गार हो गए हैं. हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री वेन जिया पाओ ने आज चीन के लोक कॉंग्रेस में सरकार के नए फैसलों का खुलासा किया और यह आश्वासन दिया कि चीन की घरेलु अर्थव्यवस्था इस वर्ष भी 8 प्रतिशत के दर से बढ़ेगी. प्रधानमंत्री वेन ने कहा कि "हमारे इस लक्ष्य से यह बात साबित होती है, कि हम अपने भविष्य में विश्वास रखते हैं. लेकिन हम किस्मत के मालिक नहीं हो सकते. लेकिन यह लक्ष्य हमारे लिए समुद्र में तैरते जहाज के कम्पास की तरह है. बिना कंपास के हम जहाज की दिशा का अंदाज़ा नहीं लगा पाएंगे और हमे जान भी नहीं पाएंगे कि यह जहाज अपनी मंज़िल तक पहुंचेगा या नहीं.

हांगज़ू-नौकरी के लिए बारिश में भीग रहे लोगतस्वीर: AP

अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए चीन की सरकार ने 400 अरब यूरो लगाने का फैसला किया है. वेन के हिसाब से यह पैसा खेती बाड़ी और चीन के अपने बाज़ार को आगे बढ़ाने में लगाया जाएगा. इससे बेरोज़गारी को भी कम किया जा सकेगा.

हमने बेरोज़गारी से लड़ने के लिए कई नए तरीके निकाले हैं. इससे दिहाड़ी मज़दूरों और ग्रेजुएट छात्रों को मदद मिलेगी. हमारे अब तक की नीति को बदलना पड़ेगा. बेरोज़गारी बढ़ी है, लेकिन अब तक चीन की स्थिति ठीक है. पिछले दिनों में चीन में बेरोज़गारी के लेकर कई प्रदर्शन हुए और मज़दूरों को दिहाड़ी न मिलने की वजह से कई जगहों पर हाथापई भी हो गई. लेकिन आम तौर पर चीन की जनता स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं.

तिब्बत-नाज़ुक मुद्दातस्वीर: AP

तिब्बत की 50वीं सालगिराह पर प्रधानमंत्री वेन का मानना है, कि वहां शांति है. पिछले साल पेईजिंग ऑलंपिक खेलों के पहले काफी प्रदर्शन हुए. इस बार स्थिति को दोहराने के डर से चीन ने तिब्बत में भारी संख्या में सेना तैनात कर दी है. वेन ने कहा कि "तिब्बत शांत और स्थिर है. तिब्बत चीन का हिस्सा है. तिब्बत को लेकर परेशानी चीन की अंद्रूनी परेशानी है और इस मसले में किसी भी विदेशी को अपनी टांग नहीं अड़ानी चाहिए".

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